हरदा। दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन में शामिल किसान संगठन और किसान नेताओं की सद्बुद्धि के लिए कृषि मंत्री कमल पटेल एक दिन के उपवास पर बैठे हैं. कृषि मंत्री एवं स्थानीय विधायक कमल पटेल के द्वारा हरदा जिले के हंडिया गांव में नर्मदा नदी के तट पर एक दिन का उपवास रखा गया है. मंत्री कमल पटेल अपने अनेकों समर्थकों के साथ उपवास स्थल बैठे हैं. इस मौके पर मंत्री कमल पटेल का कहना है कि केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा बनाए गए तीनों कृषि कानून किसानों के हितेषी हैं. लेकिन कुछ संगठनों के द्वारा भोले-भाले किसानों को गुमराह किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इन तीनों कृषि कानून से किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. साथ ही किसानों को उनकी उपज का उचित दाम इन कानूनों से मिलेगा.
मंत्री कमल पटेल ने नर्मदा नदी के नाभिकुंड स्थल पर पहुंचकर पूजन अर्चन कर अपने उपवास की शुरुआत की. इस दौरान उन्होंने मां नर्मदा से किसानों को गुमराह करने वाले किसान संगठनों और कांग्रेस के नेताओं को सद्बुद्धि देने की भी कामना की. इस दौरान खातेगांव विधानसभा क्षेत्र के विधायक आशीष शर्मा के नेतृत्व में खातेगांव तहसील के किसानों ने मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा गेहूं खरीदी से पहले चना खरीदी शुरू किए जाने को लेकर अपने खेतों में आए नए चने से मंत्री कमल पटेल का तुलादान किया. मंत्री कमल पटेल के उपवास स्थल पर भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष दर्शन सिंह, गंजबासौदा विधायक लीना जैन, मांधाता विधायक नारायण पटेल सहित सैकड़ों कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे.
मंत्री कमल पटेल का कहना है कि केंद्र की सरकार के द्वारा बनाए तीन पर्ची कानून किसानों के हितेषी हैं जिससे किसानों की दशा और दिशा दोनों पर लेगी लेकिन कुछ संगठन और राजनीतिक दल अपने निजी हितों के चलते भोले वाले किसानों को गुमराह कर रहे हैं. जिसके चलते उन्हें उन सभी की सद्बुद्धि के लिए उपवास पर बैठना पड़ रहा है.