हरदा| जिले के किसानों ने आम किसान यूनियन के बैनर तले 1 से 10 जून तक 'गांव बंद' आंदोलन की शुरुआत कर दी है. किसानों ने फसलों का लाभकारी मूल्य, पीएम फसल बीमा योजना को किसानों के अनुरूप बनाए जाने, शासन की भावांतर योजना की राशि,160 रुपए बोनस सहित 10 अन्य मांगों को लेकर ये आंदोलन शुरु किया है. हालांकि आंदोलन के पहले दिन इस आंदोलन का असर कम ही दिखाई दिया गया.
इस आंदोलन के तहत गांव से सब्जी, फल और दूध को शहरों तक नहीं पहुंचाया जाएगा. 10 दिन तक शहर के लोगों को इन चीजों को लेने शहर से गांव जाना होगा. आम किसान यूनियन से जुड़े किसानों ने दूध और सब्जी लेकर आने वाले किसानों से वापस गांव जाने की अपील की है. हरदा मंडी में महीने पहली तारीख को नीलामी नहीं होने की वजह से भी आमदनी कम हुई. वहीं दूध डेरी पर भी ताले लगे रहे. जिसके चलते दूध के लिए लोगों को मशक्कत करनी पड़ी.
आम किसान यूनियन से जुड़े दिनेश लेगा ने बताया कि हमारे आंदोलन का मुख्य उद्देश्य किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाना है. जिसके लिए हमने व्यापारियों और किसानों से सहयोग की अपील की है. उन्होंने कहा कि आंदोलन के पहले दिन लोगों को सूचना नहीं मिल पाने के चलते कुछ किसान अपनी सब्जी और दूध लेकर शहर आ गए थे, जिन्हें हमने वापस गांव लौटा दिया है.