ग्वालियर। दशहरा के मौके पर गंगा दास शाला में शस्त्रों का पूजन किया गया. इस दौरान महंत रामसेवक दास महाराज ने देव पूजन और गुरु गद्दी पूजन के साथ शाला में मौजूद सदियों पुरानी ऐतिहासिक अस्त्र शस्त्रों का पूजन किया. उसके बाद संतो ने अस्त्र शस्त्रों का प्रदर्शन कर शाही निशानों को सलामी दी गई. वहीं 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में शामिल हुए शस्त्रों का पूजन किया गया, लेकिन इस बार चुनाव आचार संहिता लागू होने के चलते तोपों की सलामी नहीं दी गई.
1857 स्वतंत्रता संग्राम में उपयोग हुए अस्त्र शस्त्रों का किया पूजन, 745 साधुओं ने इन्हीं शस्त्रों से दी थी अपने प्राणों की आहुति - Worshiped the weapons used in 1857 freedom struggle
दशहरा के मौके पर महंत रामसेवक दास महाराज ने देव पूजन और गुरु गद्दी पूजन के साथ शाला में मौजूद सदियों पुरानी ऐतिहासिक अस्त्र शस्त्रों का पूजन किया.
ग्वालियर। दशहरा के मौके पर गंगा दास शाला में शस्त्रों का पूजन किया गया. इस दौरान महंत रामसेवक दास महाराज ने देव पूजन और गुरु गद्दी पूजन के साथ शाला में मौजूद सदियों पुरानी ऐतिहासिक अस्त्र शस्त्रों का पूजन किया. उसके बाद संतो ने अस्त्र शस्त्रों का प्रदर्शन कर शाही निशानों को सलामी दी गई. वहीं 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में शामिल हुए शस्त्रों का पूजन किया गया, लेकिन इस बार चुनाव आचार संहिता लागू होने के चलते तोपों की सलामी नहीं दी गई.