ग्वालियर। दो जिलों की खींचतान में ग्रामीणों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. 3 साल पहले मुरैना जिले के जोरा तहसील में आने वाली कुशमानी गांव में घरेलू बिजली अटल ज्योति योजना के तहत खंबे तो गाड़ दिए गए और उनमें तार का जाल बिछा दिया गया लेकिन आज तक बिजली सप्लाई नहीं हो सकी है. इसके पीछे पड़ोसी जिले श्योपुर को प्रमुख वजह बताया जा रहा है. क्योंकि ग्राम कुशमानी मुरैना जिले में आता है पर बिजली की सप्लाई सहसराम गसवानी तहसील विजयपुर से होती है. जो श्योपुर जिले की तहसील है. ग्रामीण इसके लिए कई सालों से बिजली विभाग के अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं.
अब वे ऊर्जा मंत्री के गृह नगर यानी ग्वालियर तक पिछले 1 महीने से चक्कर लगा रहे हैं. इन ग्रामीणों को ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने एक पखवाड़े पहले 7 दिन के अंदर उनकी समस्या का निराकरण करने का भरोसा दिया था. लेकिन अभी 14 दिन बीतने के बाद भी ग्रामीणों को कुशमानी गांव में बिजली नहीं मिल सकी है. ग्रामीणों के मुताबिक घरेलू बिजली व्यवस्था को बिजली कंपनी ने पंप बिजली से जोड़ दिया है. इस कारण गांव में अटल ज्योति की सप्लाई नहीं हो पा रही है. इस समस्या को लेकर ग्रामीणों ने जूनियर इंजीनियर असिस्टेंट इंजीनियर सहित कई अफसरों को ग्रामीण क्षेत्र की बिजली समस्या से रूबरू कराया है. अभी तक ग्रामीणों की समस्या का हल नहीं निकला है.
उन्होंने जनप्रतिनिधियों के भी मुरैना में चक्कर लगाए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि वह बिजली की समस्या को लेकर श्योपुर जिला मुख्यालय नहीं जा सकते हैं, क्योंकि वह काफी दूर है. ग्वालियर पहुंचे इन ग्रामीणों ने ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को अपनी समस्या से फिर अवगत कराया. इस बार फिर ऊर्जा मंत्री ने ग्रामीणों को जल्द से जल्द समस्या के निराकरण का भरोसा दिलाया है.