ग्वालियर। कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी रहे मुरैना से पूर्व विधायक स्वर्गीय सोबरन सिंह मावई के बेटे प्रबल प्रताप मावई के एक बयान ने सियासी पारा चढ़ा दिया है. उन्होंने ग्वालियर के ओहदपुर में एक चुनावी सभा में कहा है कि उन्होंने सिंधिया की गुलामी छोड़ दी है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हाल में कांग्रेस में वापस लौटे साहब सिंह गुर्जर ने भी गुलामी छोड़ दी है. यदि ग्वालियर से कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव हारते हैं, तो इसके लिए सिंधिया एक बड़ा कारण होंगे. कांग्रेस नेता के इस बयान का वीडियो जमकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
वायरल वीडियो के बाद मावई के पार्टी से निष्कासन के लिए मुख्यमंत्री को पार्टी द्वारा पत्र लिखा गया है. दरअसल, गुर्जर बाहुल्य इलाके ओहदपुर में पिछले दिनों मुरैना के कांग्रेसी नेता प्रबल प्रताप मावई आए थे. उन्होंने अशोक सिंह के समर्थन में ग्रामीणों की एक सभा को संबोधित किया था, लेकिन उन्होंने कहा कि जो ग्वालियर-चंबल अंचल के लोगों से अपने परिवार का ढाई सौ से ज्यादा वर्षों का रिश्ता बताते हैं, वे गुलामी करवाते हैं. उन्होंने कहा कि हमने सिंधिया से रिश्ता तोड़ दिया है, यदि कांग्रेस प्रत्याशी अशोक सिंह चुनाव जीतते हैं तो ये भविष्य में कांग्रेस की दिशा और दशा तय करेगा. वहीं अगर चुनाव हारते हैं तो इसके पीछे सिंधिया भी एक बड़ा कारण होंगे. हालांकि उन्होंने सीधे-सीधे सिंधिया का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा सीधा और सपाट था.
गौरतलब है कि पिछले दो चुनावों से मावई परिवार के सदस्य मुरैना विधानसभा का चुनाव नहीं निकाल सके थे. इसलिए इस बार सिंधिया की सिफारिश पर रघुराज सिंह कंसाना को टिकट दिया गया था, जो भारी मतों से चुनाव जीते हैं. वहीं ग्रामीण नेता साहब सिंह गुर्जर इस विधानसभा चुनाव में बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़े थे, लेकिन वह दूसरे नंबर पर आकर हार गए थे. हाल ही में दिग्विजय सिंह की मौजूदगी में उन्होंने दोबारा कांग्रेस की सदस्यता ली है, इससे पहले वे सिंधिया के कट्टर समर्थक माने जाते थे. समझा जाता है कि अपने टिकट कटने से मावई तिल मिलाए हुए हैं, इसी के चलते उन्होंने इस तरह का बयान दिया है. कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को पत्र लिखकर मावई को कांग्रेस से निष्कासिसत करने की मांग की है. साथ ही उन्हें बीजेपी का एजेंट बताया है.