ग्वालियर। कारगिल विजय दिवस पर ग्वालियर के महाराज बाड़े पर शहीदों को याद कर श्रद्धांजलि दी गई. उनके सम्मान में सेना ने सलामी दी और अपने शस्त्रों को झुकाया. इस दौरान कवि द्वारा शहीदों के सम्मान में कविता पाठ भी किया गया.
शहर में पिछले 19 सालों से कारगिल विजय दिवस पर महाराज बाड़े पर समाजसेवी एवं और सेना के संयुक्त प्रयास से शहीदों को याद किया जाता है. इसी सिलसिले में रविवार को महाराज बाड़े पर कारगिल विजय दिवस मनाया गया. इस मौके पर उन शहीदों को याद किया गया, जिन्होंने देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी. इस युद्ध में 527 जवान शहीद हुए थे, जिसमें ग्वालियर चंबल संभाग के भी कई जवान शामिल थे.
जवानों के अदम्य साहस को याद करते हुए शस्त्र झुका कर उनका सम्मान किया और परेड भी की गई. इस मौके पर सेना के कर्नल एचएस चहल ने कहा कि हम कारगिल विजय दिवस की 21वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. यह दिन न सिर्फ सेना बल्कि पूरे देश के लिए काफी महत्वपूर्ण है. हमारे शहीदों ने जान की चिंता छोड़ एक के बाद एक कई कारगिल की चोटियों पर तिरंगा झंडा फहराया और दुश्मन को करारी शिकस्त दी, इसलिए सीमाओं की रक्षा करते हुए शहीद जवानों को कृतज्ञता से याद किया जाता है. इस मौके पर सेना के जवान भी उपस्थित रहे.