ग्वालियर। मध्यप्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं. वैसे ही विपक्ष आम लोगों की परेशानी का सहारा लेकर सरकार के मंत्रियों का घेराव करने में लगी हुई है. इसी कड़ी में शुक्रवार प्रदेश सरकार के उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह कुशवाहा के बंगले का सैकड़ों आदिवासी परिवारों ने घेराव किया. इन आदिवासी परिवारों के साथ आम आदमी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भी मंत्री के बंगले के सामने धरने पर बैठ गए. आदिवासी परिवारों ने आरोप लगाया है कि प्रशासन के अधिकारियों ने उनकी झोपड़ियों को तोड़ दिया है. इसके कारण वह बेघर हो गए हैं और सड़कों पर रहने के लिए मजबूर हैं.
मंत्री के बंगले का किया घेराव: दरअसल ग्वालियर के रायरू फार्म गांव में वर्षों से रह रहे आदिवासी परिवारों को जिला प्रशासन ने सख्ती बरतते हुए जमीन से बेदखल कर उनका आशियाना (झोपड़ियां) तोड़ दी थी. शुक्रवार को आम आदमी पार्टी सैकड़ों आदिवासी पीड़ित परिवारों के साथ ग्रामीण विधायक व राज्यमत्री भारत सिंह कुशवाह के गांधी रोड स्थित सरकारी बंगले पर घेराव और प्रदर्शन करने पहुंची थी. आम आदमी पार्टी ने प्रदर्शन के दौरान मांग कि की प्रशासन और पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्व उजाड़े गए, आदिवासी परिवारों के आशियाना और उन पर की गई पुलिसिया कार्रवाई में उन्हें न्याय दिया जाए.
कुछ खबरें यहां पढ़ें |
आप पार्टी ने साधा सरकार पर निशाना: इन सभी आदिवासी परिवारों की मांग है कि प्रशासन और सरकार द्वारा उन्हें जल्द से जल्द पट्टा दिया जाए, ताकि वह अपने आशियाने में रह सके, क्योंकि पिछले कई महीनों से वह सड़कों पर अपनी जिंदगी गुजारने के लिए मजबूर है. वहीं इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी की महिला विंग प्रदेश उपाध्यक्ष मनिक्षा सिंह तोमर ने कहा कि दो केंद्रीय मंत्री और दो प्रदेश के मंत्रियों के शहर में आदिवासी परिवारों के साथ अन्याय हो रहा है, लेकिन सरकार आंख और कान बंद करके बैठी है. अब यही पीड़ित जनता आने वाले 2023 के चुनाव में स्थानीय विधायक और प्रदेश सरकार को सबक सिखाएगी