ग्वालियर। थीम रोड को स्मार्ट रोड बनाने के लिए करीब एक करोड़ से ज्यादा कीमत के लाल पत्थर की उपयोगिता पर सवाल खड़े होने लगे हैं. कुछ साल पहले अचलेश्वर मंदिर से मांढरे की माता चौराहे तक थीम रोड का निर्माण किया था. अब इसे तोड़कर फिर से और आकर्षक बनाने के लिए काम शुरू किया गया है.
कुछ साल पहले दोनों तरफ थीम रोड का फुटपाथ बनाया गया था और वहां राजस्थानी लाल पत्थर भी लगाया हुआ था. रात को यह आकर्षक लगे इसलिए विशेष प्रकार के पत्थर से तराशे हुए लैंप भी लगाए गए थे, लेकिन अब इस मार्ग को स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ने अपने हाथ में ले लिया है. 15 किलोमीटर की स्मार्ट रोड बनाए जाने को लेकर यहां कुछ साल पहले लगाए गए पत्थरों को उखाड़ने का काम शुरू कर दिया गया है. अब इन पत्थरों का क्या होगा. इसे लेकर कोई भी कुछ कहने को तैयार नहीं है.
ग्वालियर: स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन ने बनाया कोरोना मरीजों की मदद के लिए ऐप
स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन के यंत्री का कहना है कि थीम रोड को स्मार्ट रोड बनाने के बाद यह पूरी तरह से वायरिंग अंडर ग्राउंड हो जाएगी. इसके लिए डक्ट बनाई जा रही है. स्ट्रीट लाइट के लिए हेरिटेज पोल लगाए जाएंगे, घूमने और बैठने के स्थानों को भी सुंदर बनाया जाएगा, वहीं कटोरा ताल यानी वीर सावरकर सरोवर का भी जीर्णोद्धार किया जा रहा है. दोनों तरफ डक्ट बनाने के बाद यहां तक की यह यहां विशेष गुणवत्ता की सड़क का भी निर्माण किया जाएगा. इसमें आने वाले दो ढाई दशक तक सड़क को खोदने की जरूरत नहीं पड़ेगी. सभी सेवाएं अंडर ग्राउंड होंगी और सड़क को भी चौड़ा किया जाएगा.