ग्वालियर। बीजेपी के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया पर एक के बाद एक जमीन हड़पने के आरोप सामने आ रहे हैं. अब भूतेश्वर मंदिर के पुजारी अमन शर्मा और भक्तों ने सिंधिया पर बड़ा आरोप लगाया है. उनका कहना है कि ये जमीन साल 1935 से सरकार के माफी और औकाफ विभाग में दर्ज है, इसके बावजूद भी पिछले कुछ दिनों से स्थानीय प्रशासन सिंधिया के दबाव में आकर मंदिर के पुजारी पर मंदिर परिसर खाली कराने का दबाव बना रहे हैं.
इस मामले को लेकर एसडीएम, तहसीलदार और वकील अंकुर मोदी ने नोटिस दिया है, जबकि पहले के जो दस्तावेज हैं, उसमें इस बात का साफ उल्लेख है कि ये जमीन औकाफ की जमीन है. इस जमीन पर सरकार का आधिपत्य है.
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मंदिर के पुजारी और भक्तों का आरोप है कि सिंधिया ने इस मंदिर से जुड़ी 19 बीघा जमीन को पहले ही स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर बेच दिया है. अब शेष बची 19 बीघा जमीन है, जिसमें मंदिर स्थापित है.
उस जमीन को भी अपने कब्जे में लेना चाहते हैं, इसलिए पुजारी पर दबाव बनाया जा रहा है. मंदिर के पुजारी अमन शर्मा का परिवार कई पीढ़ियों से इस मंदिर की देखरेख और पूजा-पाठ करता आ रहा है. साल 2010 में इस मंदिर के पुजारी के पिता की हत्या भी मंदिर में घुसकर ही अज्ञात बदमाशों ने कर दी थी. जिनके आरोपियों का आज तक कोई पता नहीं चल पाया है.
सिंधिया पर सरकारी जमीन को लेकर अपने ट्रस्ट की जमीन बताए जाने के आरोप लगे हैं, इससे पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं. यहां तक कि 500 बीघा जमीन को अपने और अपने ट्रस्ट के नाम कराए जाने को लेकर ग्वालियर हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की गई थी, जिसपर पहली सुनवाई के बाद संबंधित अधिकारियों को नोटिस भी जारी हो चुके हैं.