ग्वालियर। 15 से 18 साल तक के बच्चों को सुरक्षा का टीका (Teenagers happy after vaccination) लगने लगा है. कोरोना की तीसरी लहर के पहले यानि 20 जनवरी तक बच्चों को वैक्सीनेट करने का लक्ष्य रखा गया है. ग्वालियर जिले में 222 केंद्रों पर 40000 बच्चों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है. बच्चे उत्साह के साथ वैक्सीनेशन कराने पहुंच रहे हैं. जिन बच्चों के मन में वैक्सीनेशन के प्रति डर है, उन्हें परिजन और शिक्षक समझाइश देकर मोटिवेट कर रहे हैं. ईटीवी भारत की टीम शहर के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पहुंची, जहां बच्चे उत्साह के साथ वैक्सीन लगवा रहे हैं.
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वैक्सीनेशन के लिए उत्साहित हैं बच्चे
पहले दिन वैक्सीन के लिए बच्चे लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. वैक्सीन लगने के बाद बच्चों को आधे घंटे तक ऑब्जर्वेशन रूम में बैठाया जा रहा है, जहां एक डॉक्टर बच्चों की निगरानी के लिए तैनात है. बच्चों का कहना है कि वैक्सीन लगने के बाद कोई परेशानी नहीं है. उनका कहना है कि सभी बच्चे एक-दूसरे को वैक्सीन लगाने के लिए मोटिवेट कर रहे हैं, ताकि किसी तरह का मन में कोई डर न रहे. जिन बच्चों को वैक्सीन से डर लग रहा है, उन्हें समझाइश देकर वैक्सीनेट करा रहे हैं.
टीका लगने के बाद हो रही निगरानी
शहर के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में वैक्सीनेशन (Teenagers Vaccination in Gwalior) के साथ ही एक वेटिंग रूम भी बनाया गया है, जहां टीका लगवाने के बाद बच्चों को आधे घंटे तक रोककर ऑब्जर्व किया जा रहा है. अगर किसी बच्चे को कोई परेशानी होती है तो उसकी तत्काल जांच की जा सके, लेकिन किसी भी बच्चे में कोई भी परेशानी नहीं आई है.
टीकाकरण के लिए बने 222 केंद्र
जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जिले में 222 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं, जहां पर बच्चों को वैक्सीन लगाई जा रही है, जिले में 104000 बच्चों को टीका लगना है, जिनमें 98160 शहरी और 20290 ग्रामीण क्षेत्र के हैं. पहले दिन 40 हजार बच्चों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है. जिला प्रशासन अपील कर रहा है कि अपने बच्चों का पंजीयन कराकर संबंधित केंद्र पर पहुंचकर टीका लगवाएं. पहले दिन शहरी क्षेत्र में वैक्सीन को लेकर बच्चे ज्यादा खुश दिखाई दे रहे हैं.