ग्वालियर। संगीतधानी ग्वालियर में आज से अगले पांच दिनों तक सुरों की बारिश होगी, मध्य प्रदेश शासन के संस्कृति विभाग ने तानसेन समारोह के शताब्दी वर्ष के आयोजन को अविस्मरणीय बनाने के लिए इस साल से समारोह का विस्तार किया जा रहा है. आज यानी सोमवार से शुरू हुआ ये समारोह 23 दिसंबर तक चलेगा. यह सभा शास्त्रीय संगीत की रहेगी, यहां प्रागैतिहासिक मंदिर श्रृंखला निकली है जिनको संरक्षित किया जा रहा है.
ग्वालियर में 19 से 23 दिसंबर के बीच होगा संगीत समारोह: राज्य शासन के संस्कृति विभाग के लिए जिला प्रशासन एवं नगर निगम ग्वालियर के सहयोग से उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद भोपाल का यह प्रतिष्ठापूर्ण आयोजन इस बार भी संगीतधानी ग्वालियर में 19 से 23 दिसंबर के बीच हजीरा स्थित संगीत सम्राट तानसेन के समाधि स्थल पर होने जा रहा है. सुरों के इस समागम में देश-विदेश के प्रतिष्ठित शीर्षस्थ साधक सुर सम्राट तानसेन की समाधि पर स्वरांजलि अर्पित करने आ रहे हैं. [Gwalior Tansen Samaroh]
19 दिसंबर को अलंकरण समारोह के साथ होगा औपचारिक शुभारंभ: इस साल के तानसेन समारोह के तहत संगीत की नगरी ग्वालियर में 19 दिसंबर को शाम 8 बजे से हजीरा स्थित इंटक मैदान में पूर्वरंग " गमक " का आयोजन होगा. उप शास्त्रीय संगीत का यह आयोजन तानसेन समारोह का प्रमुख हिस्सा है. गमक की सभा शुरू होने से पहले शाम 5 बजे से गूजरी महल किलागेट से भव्य लोक कला यात्रा निकाली जाएगी. इसमें लोक कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए आगे बढ़ेंगे. यह यात्रा किला रोड व हजीरा होते हुए गमक आयोजन स्थल अर्थात इंटक मैदान पहुंचेगी. तानसेन समारोह का औपचारिक शुभारंभ 19 दिसंबर को अलंकरण समारोह के साथ होगा. आज सुबह 11 सुर सम्राट तानसेन की समाधि पर शहनाई वादन, ढोलीबुआ महाराज की हरिकथा एवं मीलाद वाचन से समारोह का पारंपरिक शुभारंभ होगा. शाम को वर्ष 2021 का तानसेन अलंकरण प्रदान किया जाएगा. इसके बाद सांगीतिक सभाओं की शुरुआत होगी.
शुभारंभ में शामिल होंगे मंत्री: तानसेन संगीत समारोह के शुभारंभ में केंद्रीय मंत्री नरेंन्द्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया और संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर के साथ ही कई और नेता में शामिल होंगे.
तानसेन समारोह में 10 संगीत सभाएं: तानसेन समारोह में इस बार 10 संगीत सभाएं होंगी, पहली सभा 19 दिसंबर की शाम को होगी. इसके बाद हर दिन प्रातः एवं सायंकालीन सभाएं होंगी. समारोह के तहत 22 दिसंबर को समानांतर सभा बटेश्वर में भी होगी, जो शास्त्रीय संगीत की रहेगी. 23 दिसंबर को प्रातःकालीन सभा तानसेन की जन्मस्थली बेहट में और शाम की अर्थात इस साल के समारोह की अंतिम संगीत सभा गूजरी महल के परिसर में सजेगी. अंतिम सभा महिला कलाकारों पर केंद्रित रहेगी. समारोह में विश्व संगीत की सभाएं भी होंगी. गमक और विश्व संगीत के कलाकारों के नाम जल्द ही घोषित किए जाएंगे. [Tansen Samaroh 2022]