ग्वालियर। विश्व संगीत तानसेन समारोह लगने का रास्ता साफ हो गया है. लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के कारण तानसेन का स्वरूप बदला नजर आएगा. 26 दिसंबर से तानसेन समारोह की शुरुआत की जाएगी. इसको लेकर आज जिला प्रशासन और संस्कृत विभाग की बैठक हुई. जिसमें कोरोना संक्रमण की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए तानसेन समारोह की शुरुआत की जाएगी.
बैठक में फैसला लिया गया है कि तानसेन समारोह का आयोजन 26 से 30 दिसंबर तक किया जाएगा. 26 दिसंबर की सुबह हरि कथा और मिलाद होगी. साथ ही अबकी बार संगीत की सभाओं में भी बदलाव किया गया है. एक संगीत सभा सुबह 10 से बजे 1 तक आयोजित होगी तो वहीं शाम की संगीत सभा को दोपहर 3 से 7 बजे से आयोजित करने का फैसला लिया गया है. साथ ही अंतिम दिन संगीत सम्राट तानसेन की जन्मस्थली बेहट में सभा का आयोजन किया जाएगा.
कोरोना संक्रमण के कारण गुजरी महल में होने वाली शाम की सभा अबकी बार नहीं की जाएगी. वहीं सभा में श्रोताओं के लिए अबकी बार सीमित कुर्सियों की व्यवस्था की गई है. पहले श्रोताओं के लिए भारतीय पद्दति के अनुसार जमीन पर बैठाया जाता था लेकिन अबकी बार संक्रमण की वजह से कुर्सियां लगाई जाएगी. वही समारोह में अबकी बार कोरोना गाइड लाइन का विशेष रूप से ध्यान रखा जाएगा. जो भी श्रोता समारोह में आएंगे उनकी सबसे पहले सबसे पहले थर्मल स्क्रीन और सेनिटाइज किया जायेगा.