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जब्त वाहन छुड़ाने के लिए 15 मिनट तक फायरिंग करते रहे रेत माफिया

ग्वालियर में रेत माफिया कितने हावी हैं. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ग्वालियर में रेत के अवैध कारोबार में लगे बदमाशों ने कुछ ही घंटों के अंतराल में वन विभाग के SAF जवानों पर हमला कर दिया.

सएएफ जवानों पर हमला
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Published : Feb 26, 2021, 8:15 PM IST

Updated : Feb 26, 2021, 11:04 PM IST

ग्वालियर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश के बाद भी ना तो माफियाओं पर नकेल कसी जा रही है और ना ही उनके द्वारा हमला पर. ग्वालियर में रेत माफिया कितने हावी हैं. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ग्वालियर में रेत के अवैध कारोबार में लगे बदमाशों ने कुछ ही घंटों के अंतराल में वन विभाग के SAF जवानों पर हमला कर दिया. यह घटना ग्वालियर के लखनपुरा में घटी है. माफिया ने करीब 15 मिनट तक रुककर गोलियां चलाई. दरअसल वन विभाग, जब्त जेसीबी मशीन और अपने साथी को छुड़ाने की कोशिश कर रहे थे. तभी उन पर यह हमला हुआ.

Sand trolley overturned
रेत से भरी ट्रॉली पलटी

लखनपुरा इलाके में चल रहा था पत्थर का खनन

आधी रात की घटना के बाद पुलिस फोर्स ने लखनपुरा में शुक्रवार को दिनभर सर्चिंग की. फिर SAF जवान की मुठभेड़ में छोड़ी गई कार्बाइन भी बरामद कर ली है. डीएफओ अभिनव पल्लव ने बताया कि रात एक बजे जानकारी मिली थी कि तिघरा थाना क्षेत्र के लखनपुरा इलाके में खनन माफिया द्वारा पत्थर का अवैध खनन किया जा रहा है. इस सूचना पर रेंजर विकास मिश्रा तिघरा के चौकी प्रभारी सुनील जेवियर, गेम रेंज सुपरवाइजर, शंकर खालको के साथ एसएएफ का अमला भी मौजूद था.

ग्वालियर में सक्रिय पत्थर माफिया

बिना सेंसर सीरीज के प्रसारण पर रोक लगाने का प्रस्ताव सदन में पारित

यह सभी लोग लखनपुरा के जंगल में पहुंचे थे. जहां एक जेसीबी से खनन होता हुआ मिला. वन विभाग और ऐसे अपने जेसीबी मशीन को अपने कब्जे में ले लिया. घटना के बाद पुलिस को भी मौके पर बुलाया गया लेकिन माफिया के लोग उस समय तक अपनी जेसीबी मशीन और ऑपरेटर को लेकर गायब हो चुके थे. खबर यह भी थी कि माफिया के हमले में एसएएफ जवान से उसकी कार्बाइन मौके पर ही छूट गई. जिसे बाद में पुलिस ने बरामद कर लिया. इससे पहले तिघरा थाना क्षेत्र में ही पत्थर माफिया के लोग ट्रैक्टर ट्रॉली चुरा कर ले गए थे.

Sand trolley overturned
रेत से भरी ट्रॉली पलटी

सीएम दे चुके हैं सख्त नसीहत

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहले ही माफिया के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की बात कह चुके हैं. सीएम ने मुरैना में जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर 'गाड़ दूंगा, टांग दूंगा, लटका दूंगा' यानी माफिया किसी भी सूरत में छोड़े नहीं जाएंगे. जिसके बाद प्रदेशभर में एंटी मफिया के तहत बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई की गई.

Sand trolley overturned
रेत से भरी ट्रॉली पलटी

मुरैना जिले में रेत माफियाओं का इतना आतंक है कि वो पुलिस पर हमला करने से नहीं चूक रहे हैं. ताजा उदाहरण में बानमौर थाना पुलिस इलाके के सपचोली गांव से चंबल रेत के ट्रैक्टर ट्रॉली को जब्त करके ला रही थी. तभी रेत माफियाओं ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया. रेत माफियाओं द्वारा किए गए पथराव और हमले में पुलिस टीम ने खेतों में भागकर जान बचाई. फिर भी दो आरक्षक पथराव में घायल हो गए और रेत माफिया ट्रैक्टर लेकर फरार हो गए. ये घटना गुरुवार की है और बानमौर थाना पुलिस ने इस मामले में अब तक 9 आरोपियों पर हत्या के प्रयास एवं शासकीय कार्य में बाधा का मामला दर्ज किया है.

रेत माफिया का आंतक

बानमोर थाना पुलिस को सूचना मिली कि अवैध चंबल रेत से भरी टैक्टर ट्रॉली कस्बे की नगर परिषद रोड पर खड़ी हुई है. इसी सूचना पर बानमौर थाना पुलिस की टीम इस ट्रैक्टर को पकड़ने के लिए नगर परिषद रोड पर पहुंची. तभी पुलिस को देख ट्रैक्टर चालक वहां से टेक्टर ट्रॉली को लेकर भागे और सपचोली गांव में जाकर रुक गए. रेत माफिया का पीछा कर रही पुलिस टीम भी सपचोली गांव पहुंच गई और एक घर के बाहर खड़े रेत से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली को जब्त कर थाने लाने लगी. तभी पीछे से 9-10 लोगों ने पथराव शुरू कर दिया.

जान बचाने के लिए खेत की तरह भागे पुलिसकर्मी

पथराव से बचने के लिए पुलिस जवानों ने रेत के ट्रैक्टर की रफ्तार बढ़ा दी. जिससे रेत से भरी ट्राली सड़क किनारे पलट गई. इसके बाद रेत माफियाओं ने पथराव और लाठियों से पुलिस टीम पर हमला कर दिया. रेत माफियाओं द्वारा हमले को देखकर पुलिसकर्मियों को अपनी जान बचाने के लिए खेतों की तरफ भागना पड़ा. पुलिसकर्मियों के भाग जाने का फायदा उठाकर रेत माफिया ट्रैक्टर को वहां से लेकर फरार हो गए. हमले के दौरान आरक्षक रविंद्र कुमार और विवेक सविता घायल हो गए. जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं बानमौर थाना पुलिस ने इस मामले में 8 नामजद सहित 9 लोगों पर हत्या के प्रयास और शासकीय कार्य मे बाधा का मामला दर्ज किया है. जब इस मामले में पुलिस अधिकारियों से बात करनी चाहिए तो किसे ने फोन नहीं उठाया.

पुलिस पार्टी पर हमला करने वाले आरोपियों के नाम

  • जड़ेरूआ गाँव निवासी मोनू गुर्जर
  • जड़ेरूआ गाँव निवासी मातादीन गुर्जर
  • जड़ेरूआ गाँव निवासी सुरेंद्र गुर्जर
  • सपचोली गाँव निवासी विशंभर गुर्जर
  • सपचोली गाँव निवासी वकीला गुर्जर
  • सपचोली गाँव निवासी शिब्बू गुर्जर
  • सपचोली गाँव निवासी विजेंद्र गुर्जर
  • सपचोली गाँव निवासी गजेंद्र गुर्जर
  • एक अज्ञात आरोपी है.

ग्वालियर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश के बाद भी ना तो माफियाओं पर नकेल कसी जा रही है और ना ही उनके द्वारा हमला पर. ग्वालियर में रेत माफिया कितने हावी हैं. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ग्वालियर में रेत के अवैध कारोबार में लगे बदमाशों ने कुछ ही घंटों के अंतराल में वन विभाग के SAF जवानों पर हमला कर दिया. यह घटना ग्वालियर के लखनपुरा में घटी है. माफिया ने करीब 15 मिनट तक रुककर गोलियां चलाई. दरअसल वन विभाग, जब्त जेसीबी मशीन और अपने साथी को छुड़ाने की कोशिश कर रहे थे. तभी उन पर यह हमला हुआ.

Sand trolley overturned
रेत से भरी ट्रॉली पलटी

लखनपुरा इलाके में चल रहा था पत्थर का खनन

आधी रात की घटना के बाद पुलिस फोर्स ने लखनपुरा में शुक्रवार को दिनभर सर्चिंग की. फिर SAF जवान की मुठभेड़ में छोड़ी गई कार्बाइन भी बरामद कर ली है. डीएफओ अभिनव पल्लव ने बताया कि रात एक बजे जानकारी मिली थी कि तिघरा थाना क्षेत्र के लखनपुरा इलाके में खनन माफिया द्वारा पत्थर का अवैध खनन किया जा रहा है. इस सूचना पर रेंजर विकास मिश्रा तिघरा के चौकी प्रभारी सुनील जेवियर, गेम रेंज सुपरवाइजर, शंकर खालको के साथ एसएएफ का अमला भी मौजूद था.

ग्वालियर में सक्रिय पत्थर माफिया

बिना सेंसर सीरीज के प्रसारण पर रोक लगाने का प्रस्ताव सदन में पारित

यह सभी लोग लखनपुरा के जंगल में पहुंचे थे. जहां एक जेसीबी से खनन होता हुआ मिला. वन विभाग और ऐसे अपने जेसीबी मशीन को अपने कब्जे में ले लिया. घटना के बाद पुलिस को भी मौके पर बुलाया गया लेकिन माफिया के लोग उस समय तक अपनी जेसीबी मशीन और ऑपरेटर को लेकर गायब हो चुके थे. खबर यह भी थी कि माफिया के हमले में एसएएफ जवान से उसकी कार्बाइन मौके पर ही छूट गई. जिसे बाद में पुलिस ने बरामद कर लिया. इससे पहले तिघरा थाना क्षेत्र में ही पत्थर माफिया के लोग ट्रैक्टर ट्रॉली चुरा कर ले गए थे.

Sand trolley overturned
रेत से भरी ट्रॉली पलटी

सीएम दे चुके हैं सख्त नसीहत

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहले ही माफिया के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की बात कह चुके हैं. सीएम ने मुरैना में जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर 'गाड़ दूंगा, टांग दूंगा, लटका दूंगा' यानी माफिया किसी भी सूरत में छोड़े नहीं जाएंगे. जिसके बाद प्रदेशभर में एंटी मफिया के तहत बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई की गई.

Sand trolley overturned
रेत से भरी ट्रॉली पलटी

मुरैना जिले में रेत माफियाओं का इतना आतंक है कि वो पुलिस पर हमला करने से नहीं चूक रहे हैं. ताजा उदाहरण में बानमौर थाना पुलिस इलाके के सपचोली गांव से चंबल रेत के ट्रैक्टर ट्रॉली को जब्त करके ला रही थी. तभी रेत माफियाओं ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया. रेत माफियाओं द्वारा किए गए पथराव और हमले में पुलिस टीम ने खेतों में भागकर जान बचाई. फिर भी दो आरक्षक पथराव में घायल हो गए और रेत माफिया ट्रैक्टर लेकर फरार हो गए. ये घटना गुरुवार की है और बानमौर थाना पुलिस ने इस मामले में अब तक 9 आरोपियों पर हत्या के प्रयास एवं शासकीय कार्य में बाधा का मामला दर्ज किया है.

रेत माफिया का आंतक

बानमोर थाना पुलिस को सूचना मिली कि अवैध चंबल रेत से भरी टैक्टर ट्रॉली कस्बे की नगर परिषद रोड पर खड़ी हुई है. इसी सूचना पर बानमौर थाना पुलिस की टीम इस ट्रैक्टर को पकड़ने के लिए नगर परिषद रोड पर पहुंची. तभी पुलिस को देख ट्रैक्टर चालक वहां से टेक्टर ट्रॉली को लेकर भागे और सपचोली गांव में जाकर रुक गए. रेत माफिया का पीछा कर रही पुलिस टीम भी सपचोली गांव पहुंच गई और एक घर के बाहर खड़े रेत से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली को जब्त कर थाने लाने लगी. तभी पीछे से 9-10 लोगों ने पथराव शुरू कर दिया.

जान बचाने के लिए खेत की तरह भागे पुलिसकर्मी

पथराव से बचने के लिए पुलिस जवानों ने रेत के ट्रैक्टर की रफ्तार बढ़ा दी. जिससे रेत से भरी ट्राली सड़क किनारे पलट गई. इसके बाद रेत माफियाओं ने पथराव और लाठियों से पुलिस टीम पर हमला कर दिया. रेत माफियाओं द्वारा हमले को देखकर पुलिसकर्मियों को अपनी जान बचाने के लिए खेतों की तरफ भागना पड़ा. पुलिसकर्मियों के भाग जाने का फायदा उठाकर रेत माफिया ट्रैक्टर को वहां से लेकर फरार हो गए. हमले के दौरान आरक्षक रविंद्र कुमार और विवेक सविता घायल हो गए. जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं बानमौर थाना पुलिस ने इस मामले में 8 नामजद सहित 9 लोगों पर हत्या के प्रयास और शासकीय कार्य मे बाधा का मामला दर्ज किया है. जब इस मामले में पुलिस अधिकारियों से बात करनी चाहिए तो किसे ने फोन नहीं उठाया.

पुलिस पार्टी पर हमला करने वाले आरोपियों के नाम

  • जड़ेरूआ गाँव निवासी मोनू गुर्जर
  • जड़ेरूआ गाँव निवासी मातादीन गुर्जर
  • जड़ेरूआ गाँव निवासी सुरेंद्र गुर्जर
  • सपचोली गाँव निवासी विशंभर गुर्जर
  • सपचोली गाँव निवासी वकीला गुर्जर
  • सपचोली गाँव निवासी शिब्बू गुर्जर
  • सपचोली गाँव निवासी विजेंद्र गुर्जर
  • सपचोली गाँव निवासी गजेंद्र गुर्जर
  • एक अज्ञात आरोपी है.
Last Updated : Feb 26, 2021, 11:04 PM IST
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