ग्वालियर। जिले में दो दिन तक स्टेशनरी की दुकानें खुलने के बाद शनिवार को ये दुकाने फिर से बंद हो गई हैं, जबकि कुछ दुकानों को पुलिस और राजस्व अमले ने बंद करा दिया. इंदरगंज क्षेत्र की कुछ स्टेशनरी की दुकानें शनिवार को सुबह खुली थी, लेकिन दुकानदार चोरी छुपे स्टेशनरी से कॉपी, किताब और पेन आदि बेचते दिखाई दिए. वहीं अभिभावक प्रशासन से स्टेशनरी को रियायत देने की मांग कर रहे हैं.
स्टेशनरी की दुकानें बंद हो जाने के कारण पढ़ने-लिखने वाले छात्रों और उनके अभिभावकों को ज्यादा परेशानी उठानी पड़ रही है. उन्हें घर में चल रही ऑनलाइन परीक्षा और स्टील मटेरियल को सहेजने के लिए कॉपी किताब और पेन की जरूरत थी. अभिभावकों ने जिला प्रशासन से स्टेशनरी की दुकानों को रियायत देने की मांग की है.
इस मामले में अभिभावकों का कहना है कि प्रशासन को अपने निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए, क्योंकि स्टेशनरी की दुकानों पर ज्यादा भीड़भाड़ नहीं रहती है, वहां सिर्फ जरूरतमंद, पढ़े-लिखे लोग ही पहुंचते हैं. उन्हें सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए दुकानों को खोलने की छूट दी जानी चाहिए. अभिभावक लॉकडाउन में अपने बच्चों के लिए कॉपी किताब लेने के लिए कहां भटकेंगे.
गुरुवार और शुक्रवार को स्टेशनरी की दुकानें खुली थीं. तब लोगों ने स्टेशनरी में जमकर खरीददारी की थी, लेकिन ग्वालियर में पिछले दो दिनों में कोरोना वायरस से संक्रमित 10 लोगों के मिलने से प्रशासन ने कड़ाई शुरू कर दी है. जिसके बाद टोटल लॉकडाउन की स्थिति बन गई है. जिसके कारण किराना, स्टेशनरी दूसरी सभी दुकानें बंद कर दी गई हैं. सिर्फ मेडिकल स्टोर को ही खुलने की छूट है.