ETV Bharat / state

केंद्र के पब्लिक हेल्थ प्रोजेक्ट में ग्वालियर को मिली जगह, ऐसे तैयार होगा सिटी हेल्थ का रिपोर्ट कार्ड

केंद्र के पब्लिक हेल्थ प्रोजेक्ट में ग्वालियर का चयन किया गया है. इस हेल्थ प्रोजेक्ट में शहर की नब्ज टटोलने के बाद सिटी हेल्थ का रिपोर्ट कार्ड सामने आएगा. रिपोर्ट कार्ड को तैयार करने में पब्लिक हेल्थ प्रदूषण और बच्चों के स्वास्थ्य समेत अन्य बिंदुओं को शामिल किया जाएगा.

Selection of Gwalior in Public Health Project of Government of India
केंद्र के पब्लिक हेल्थ प्रोजेक्ट में ग्वालियर शामिल
author img

By

Published : Jan 2, 2020, 12:32 PM IST

Updated : Jan 2, 2020, 12:40 PM IST

ग्वालियर। केंद्र के पब्लिक हेल्थ प्रोजेक्ट में ग्वालियर का चयन किया गया है. इस हेल्थ प्रोजेक्ट में शहर की नब्ज टटोलने के बाद सिटी हेल्थ का रिपोर्ट कार्ड सामने आएगा. रिपोर्ट कार्ड को तैयार करने में पब्लिक हेल्थ प्रदूषण और बच्चों के स्वास्थ्य समेत अन्य बिंदुओं को शामिल किया जाएगा. जब ये प्रोजेक्ट ग्वालियर में सफल हो जाएगा, तब इसे अन्य जिलों में लागू किया जाएगा.

केंद्र के पब्लिक हेल्थ प्रोजेक्ट में ग्वालियर शामिल

ऐसा तैयार होगा रिपोर्ट कार्ड

अपर कलेक्टर और प्रोजेक्ट के नोडल अधिकारी किशोर कन्याल का कहना है कि जीआरएमसी के इंटर्स की ओर से शहर के उन इलाकों में जाकर सर्वे किया जाएगा. जहां मौसमी बीमारियों सहित अन्य बीमारियां ज्यादा है. साथ ही इस बात का पता भी लगाया जाएगा कि आखिर क्या कारण रहते हैं, जिसके चलते वह बीमारियां अधिक होती है. ग्वालियर का रिपोर्ट कार्ड तैयार हो जाएगा तो किस इलाके में कौन सी बीमारियां किस वजह से होती है फिर उसकी रोकथाम के उपाय किए जाएंगे. ताकि शहर को बीमारी मुक्त बनाया जा सके.

महिला एवं बाल विकास के स्तर पर भी सिटी हेल्थ में काम होगा. कुपोषण, बाल मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर, लिंगानुपात जैसे अहम तथ्य में शामिल किए जाएंगे. इसके लिए ग्राउंड लेवल पर आंकलन किया जाएगा. बच्चों की सेहत से लेकर उनके संपूर्ण विकास के साथ-साथ उनकी शिक्षा को भी शामिल किया जाएगा. इसके साथ ही सिटी हेल्थ में प्रदूषण महत्वपूर्ण फैक्टर होगा. इस शहर में चलने वाले वाहनों की संख्या जिससे डीजल और पेट्रोल कैटेगरी को अलग-अलग रखा जाएगा. साथ ही शहर में ऐसे स्थानों को भी देखा जाएगा जहां प्रदूषण ज्यादा और सबसे कम रहता है. प्रदूषण के कारण शहर के लोगों पर पड़ने वाले असर और बीमारियों को सिटी हेल्थ प्रोजेक्ट में कोड किया जाएगा.

ग्वालियर। केंद्र के पब्लिक हेल्थ प्रोजेक्ट में ग्वालियर का चयन किया गया है. इस हेल्थ प्रोजेक्ट में शहर की नब्ज टटोलने के बाद सिटी हेल्थ का रिपोर्ट कार्ड सामने आएगा. रिपोर्ट कार्ड को तैयार करने में पब्लिक हेल्थ प्रदूषण और बच्चों के स्वास्थ्य समेत अन्य बिंदुओं को शामिल किया जाएगा. जब ये प्रोजेक्ट ग्वालियर में सफल हो जाएगा, तब इसे अन्य जिलों में लागू किया जाएगा.

केंद्र के पब्लिक हेल्थ प्रोजेक्ट में ग्वालियर शामिल

ऐसा तैयार होगा रिपोर्ट कार्ड

अपर कलेक्टर और प्रोजेक्ट के नोडल अधिकारी किशोर कन्याल का कहना है कि जीआरएमसी के इंटर्स की ओर से शहर के उन इलाकों में जाकर सर्वे किया जाएगा. जहां मौसमी बीमारियों सहित अन्य बीमारियां ज्यादा है. साथ ही इस बात का पता भी लगाया जाएगा कि आखिर क्या कारण रहते हैं, जिसके चलते वह बीमारियां अधिक होती है. ग्वालियर का रिपोर्ट कार्ड तैयार हो जाएगा तो किस इलाके में कौन सी बीमारियां किस वजह से होती है फिर उसकी रोकथाम के उपाय किए जाएंगे. ताकि शहर को बीमारी मुक्त बनाया जा सके.

महिला एवं बाल विकास के स्तर पर भी सिटी हेल्थ में काम होगा. कुपोषण, बाल मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर, लिंगानुपात जैसे अहम तथ्य में शामिल किए जाएंगे. इसके लिए ग्राउंड लेवल पर आंकलन किया जाएगा. बच्चों की सेहत से लेकर उनके संपूर्ण विकास के साथ-साथ उनकी शिक्षा को भी शामिल किया जाएगा. इसके साथ ही सिटी हेल्थ में प्रदूषण महत्वपूर्ण फैक्टर होगा. इस शहर में चलने वाले वाहनों की संख्या जिससे डीजल और पेट्रोल कैटेगरी को अलग-अलग रखा जाएगा. साथ ही शहर में ऐसे स्थानों को भी देखा जाएगा जहां प्रदूषण ज्यादा और सबसे कम रहता है. प्रदूषण के कारण शहर के लोगों पर पड़ने वाले असर और बीमारियों को सिटी हेल्थ प्रोजेक्ट में कोड किया जाएगा.

Intro:ग्वालियर- भारत सरकार की पब्लिक हेल्थ प्रोजेक्ट में ग्वालियर का चयन किया गया है यहां ओवरऑल शहर की नब्ज टटोलने के बाद सिटी हेल्थ का रिपोर्ट कार्ड सामने आएगा। प्रदेश में यह प्रोजेक्ट लागू करने के लिए सबसे पहले ग्वालियर जिले का चयन किया गया है। उसके बाद अन्य जिले में इसकी शुरुआत की जाएगी। रिपोर्ट कार्ड को तैयार करने में पब्लिक हेल्थ प्रदूषण और बच्चों के स्वास्थ्य अन्य बिंदुओं को शामिल किया जाएगा।


Body:अपर कलेक्टर और प्रोजेक्ट के नोडल अधिकारी किशोर कन्याल का कहना है कि जीआरएमसी के इंटर्स द्वारा शहर के उन इलाकों में जाकर सर्वे किया जाएगा। जिसमें मौसमी सहित अन्य बीमारियां ज्यादा पड़ती है। इसके साथ ही इस बात का पता भी लगाया जाएगा कि आखिर क्या कारण रहते हैं जिसके चलते वह बीमारियां अधिक होती है। ग्वालियर का रिपोर्ट कार्ड तैयार हो जाएगा तो किस इलाके में कौन सी बीमारियां किस वजह से होती है फिर उसकी रोकथाम के उपाय किए जाएंगे ताकि शहर को बीमारी मुक्त बनाया जा सके।


Conclusion:इसके साथ ही महिला एवं बाल विकास के स्तर पर भी सिटी हेल्थ में काम होगा। कुपोषण बाल मृत्यु दर ,शिशु मृत्यु दर ,लिंगानुपात जैसे अहम तथ्य में शामिल किए जाएंगे। इसके लिए ग्राउंड लेवल पर आकलन किया जाएगा। बच्चों की सेहत से लेकर उनका संपूर्ण विकास के साथ-साथ उनकी शिक्षा को भी शामिल किया जाएगा। इसके साथ ही सिटी हेल्थ में प्रदूषण महत्वपूर्ण फैक्टर होगा। इस शहर में चलने वाले वाहनों की संख्या जिससे डीजल और पेट्रोल कैटेगरी को अलग अलग रखा जाएगा। शहर में ऐसे स्थान जहां प्रदूषण ज्यादा और सबसे कम रहता है प्रदूषण के कारण शहर के लोगों पर पड़ने वाले असर और बीमारियों को सिटी हेल्थ प्रोजेक्ट में कोड किया जाएगा।जब यह प्रोजेक्ट ग्वालियर में सफल हो जाएगा तब इसे अन्य जिलों में लागू किया जाएगा।

बाइट- किशोर कन्याल , अपर कलेक्टर ग्वालियर
Last Updated : Jan 2, 2020, 12:40 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.