ग्वालियर। सर्राफा बाजार एसोसिएशन की मांग पर जिला प्रशासन द्वारा बुधवार को साफ-सफाई के लिए कारोबारियों को 5 घंटे की मोहलत दी गई. इस दौरान सर्राफा कारोबारियों ने पिछले 2 महीने से बंद अपनी दुकानों की साफ-सफाई की. वहीं दुकानदारों ने स्टाफ को भी बुलाया था. इस दौरान कुछ दुकानों में खरीदार भी पहुंच गए थे.
कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन में सर्राफा बाजार का कारोबार पिछले डेढ़ महीने से बंद है. यहां की व्यापारिक गतिविधियां ठप पड़ी हुई हैं. इस बीच अप्रैल और मई में होने वाले कई शादी समारोह को स्थगित किया गया है, जिससे सर्राफा कारोबारियों के व्यापार पर गहरा असर पड़ा है, लेकिन उन्हें जो बुधवार को राहत मिली उसे उन्होंने सराहा है.
सर्राफा कारोबारियों का कहना है कि यदि प्रशासन उन्हें दो से 3 घंटे की दुकान खोलने की अनुमति दे, तो उनका एक तरह से बंद पड़ा कारोबार कुछ सीमा तक चल सकता है. इससे लोगों को भी रोजगार मिलेगा और जरूरतमंद लोग खरीद और बेचने का काम भी कर सकेंगे.
सर्राफा एसोसिएशन का कहना है कि उनके यहां सोशल डिस्टेंसिंग का विधिवत पालन होता है, जबसे कोरोना वायरस का असर शुरू हुआ है, दुकानदारों ने अपने यहां सेनेटाइजर भी रखना शुरू कर दिया है. वो खुद अपने स्टाफ और ग्राहकों को सबसे पहले दुकान में आने से पहले हाथों को सेनेटाइज करते हैं. मास्क लगाकर भी दुकानदार काम कर रहे हैं.
सर्राफा एसोसिएशन का ये भी कहना है कि उनके यहां कोई सड़क चलता आदमी नहीं आता है. सीमित लोग ही उनके ग्राहक होते हैं. यदि उन्हें दुकान खोलने की कुछ अनुमति मिले तो वे इससे समाज में अपना योगदान भी दे सकेंगे.