ग्वालियर। देशभर समेत मध्यप्रदेश में इन दिनों कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अब आए दिन कोरोना मरीजों का आंकड़ा पहले की अपेक्षा 4 गुना बढ़ गया है. इन सबके बीच राहत की बात ये है कि अब जल्द ठीक होकर मरीज अपने घर लौट रहे हैं. कोरोना से ठीक हुए मरीज की मानें तो उसका कहना है कि जो व्यक्ति मित्र या रिश्तेदार कोरोना मरीज के साथ सकारात्मक व्यवहार करता है और लगातार सोशल मीडिया या फोन के माध्यम से संपर्क में रहता है, ऐसे मरीज जल्द ठीक होकर घर लौट रहे हैं.
कोरोना संक्रमित मरीजों से करें सकारात्मक बातें
कहा जा रहा है कि कोरोना संक्रमित मरीजों से सकारात्मक बाते करना और उनके साथ सहानुभूति दिखाना रामबाण का काम कर रहा है. रोगियों के साथ उसके मित्र परिवार जन पड़ोसी या रिश्तेदार उसे सकारात्मक बातें करते हैं और मरीज का हमेशा हौसला बनाए रखने के लिए अगर कोशिश करते हैं, तो ऐसे मरीजों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. ऐसे मरीज बाकी मरीजों की अपेक्षा जल्दी ठीक होकर अपने घर पहुंच जाते हैं.
मरीजों से ना करें नकारात्मक बातें
दरअसल इस समय लगातार जिले में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है, और मौतों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है यही वजह है कि जो व्यक्ति कोरोना संक्रमित हो रहा है. वह मानसिक रूप से तनाव में आ रहा है. ऐसे में मरीजों से जब उनके रिश्तेदार दोस्त या पड़ोसी नकारात्मक भावनाओं से देखते हैं या फिर नकारात्मक बातें करते हैं सोशल मीडिया पर गलत पोस्ट लिखते हैं तो इसका असर मरीज के मानसिक हालात पर पड़ता है.
कोरोना वॉरियर्स का संदेश
ईटीवी भारत में कोरोना से ठीक हुए मरीज से बातचीत की है, इस दौरान कोरोना वॉरियर्स का कहा कि, कोरोना संक्रमित मरीज के लिए सकारात्मक सोच बहुत ही आवश्यक है. अगर मरीज के प्रति आसपास के संपर्क में आने वाले लोग उससे सकारात्मक बातें करते हैं और उसका हौसला बढ़ाते हैं तो वह जल्दी ठीक हो जाता है. साथ ही कहा कि जब वह संक्रमित हुआ था तो उसके कई मित्र और परिवार के लोग उसे हौसला देते थे, और उससे लगातार बाते करते थे, जिसके चलते वह महज 4 दिन में कोरोना को हराकर अपने घर लौट गया था.
मनोचिकित्सक डॉक्टर की अपील
इतना ही नहीं इस मामले में मनोचिकित्सक डॉक्टर संजय सक्सेना का कहना है कि संक्रमित मरीज के प्रति हमेशा सामान्य व्यवहार करें, अगर हो सके तो उससे कोरोना से संबंधित कोई भी बातचीत ना करें, उसके साथ उन पलों को याद करें जो आपके साथ उसने अच्छे तरीके से बिताए थे, और कोरोना संक्रमित मरीज से हमेशा पॉजिटिव बात करें, अगर ऐसा होता है तो आप देखेंगे कि कोरोना संक्रमित मरीज जल्दी स्वस्थ होकर घर लौट आएगा.
'आत्मविश्वास बढ़ाने से मरीज के इम्युनिटी में होता है सुधार'
मनोचिकित्सक डॉक्टर संजय सक्सेना की माने तो इनका ये भी कहना है कि कोरोना संक्रमित मरीज से पॉजिटव बात करने से और उसका आत्मविश्वास बढ़ाने से मरीज के इम्युनिटी में भी सुधार होता है, इसलिए हमेशा मरीज का ध्यान रखना चाहिए, और प्रतिदिन समय-समय पर बात करते रहना चाहिए.
मरीजों का बढ़ाएं आत्मविश्वास
जी हां, वाकई कोरोना महामारी से पूरा देश जूझ रहा है, लेकिन ये लड़ाई सबको मिलकर लड़नी चाहिए, और किसी संक्रमित मरीज से भेदभाव नहीं करना चाहिए, बल्कि भेदभाव की जगह जो भी संभव हो उसकी मदद करनी चाहिए, और मरीज का ज्यादा से ज्यादा आत्मविश्वास बढ़ाना चाहिए.