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पीएमटी फर्जीवाड़ा मामला: जल्द फर्जी छात्रों को दिखाया जाएगा बाहर का रास्ता

ग्वालियर के गजरा राजा कॉलेज को सीबीआई ने 200 संदिग्ध छात्रों की सूची सौंपी थी, जिसकी जांच पड़ताल अंतिम चरण में है.

PMT fakewara case: layoffs of suspected students in final stage in gwalior
संदिग्ध छात्रों की छंटनी का काम अंतिम चरण में
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Published : Mar 12, 2020, 7:30 PM IST

ग्वालियर। प्रदेश के बहुचर्चित पीएमटी फर्जीवाड़ा मामले में सीबीआई ने गजरा राजा कॉलेज के प्रबंधन को संदिग्ध छात्रों की सूची सौंपी थी, जिसकी जांच पड़ताल अंतिम चरण में है. गजरा राजा मेडिकल कॉलेज की हाई पावर कमेटी 2006 से 2013 तक के संदिग्ध छात्रों की जांच कर रही है.

फर्जी छात्रों को दिखाया जाएगा बाहर का रास्ता

दरअसल पिछले दिनों सीबीआई ने गजराराजा मेडिकल कालेज प्रबंधन को 200 छात्रों की सूची सौंपी थी. इस सूची में कई छात्र ऐसे हैं जो सीबीआई जांच में निर्दोष पाए गए हैं और उन्हें कॉलेज की हाई पावर कमेटी ने बाहर कर दिया था. वहीं कुछ छात्र ऐसे हैं जिनके खिलाफ सीबीआई ने पुख्ता सबूत दिए हैं, लेकिन वे कॉलेज में पढ़ रहे हैं. ऐसे छात्रों को हाई पावर कमेटी की जांच रिपोर्ट आने के बाद बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा.

बता दें कि पीएमटी फर्जीवाड़ा मामले की शुरुआत 2009 में हुई थी. शुरुआत में 36 छात्र संदिग्ध पाए गए थे. इसके बाद 2011 में भी कुछ संदिग्ध छात्र मिले थे. डीएमई कार्यालय ने 2006 से कॉलेज प्रबंधन को जांच करने के आदेश देते हुए कहा था कि जिन अभ्यार्थियों ने फर्जी तरीके से पीएमटी पास की है, उनकी जानकारी एकत्रित की जाए. 2014 में यह मामला सीबीआई को सुपुर्द कर दिया गया था. संदिग्ध छात्रों के सभी दस्तावेज एसआईटी से सीबीआई ने ले लिए और 200 छात्रों के खिलाफ ट्रायल कोर्ट में चालान पेश किया है.

ग्वालियर। प्रदेश के बहुचर्चित पीएमटी फर्जीवाड़ा मामले में सीबीआई ने गजरा राजा कॉलेज के प्रबंधन को संदिग्ध छात्रों की सूची सौंपी थी, जिसकी जांच पड़ताल अंतिम चरण में है. गजरा राजा मेडिकल कॉलेज की हाई पावर कमेटी 2006 से 2013 तक के संदिग्ध छात्रों की जांच कर रही है.

फर्जी छात्रों को दिखाया जाएगा बाहर का रास्ता

दरअसल पिछले दिनों सीबीआई ने गजराराजा मेडिकल कालेज प्रबंधन को 200 छात्रों की सूची सौंपी थी. इस सूची में कई छात्र ऐसे हैं जो सीबीआई जांच में निर्दोष पाए गए हैं और उन्हें कॉलेज की हाई पावर कमेटी ने बाहर कर दिया था. वहीं कुछ छात्र ऐसे हैं जिनके खिलाफ सीबीआई ने पुख्ता सबूत दिए हैं, लेकिन वे कॉलेज में पढ़ रहे हैं. ऐसे छात्रों को हाई पावर कमेटी की जांच रिपोर्ट आने के बाद बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा.

बता दें कि पीएमटी फर्जीवाड़ा मामले की शुरुआत 2009 में हुई थी. शुरुआत में 36 छात्र संदिग्ध पाए गए थे. इसके बाद 2011 में भी कुछ संदिग्ध छात्र मिले थे. डीएमई कार्यालय ने 2006 से कॉलेज प्रबंधन को जांच करने के आदेश देते हुए कहा था कि जिन अभ्यार्थियों ने फर्जी तरीके से पीएमटी पास की है, उनकी जानकारी एकत्रित की जाए. 2014 में यह मामला सीबीआई को सुपुर्द कर दिया गया था. संदिग्ध छात्रों के सभी दस्तावेज एसआईटी से सीबीआई ने ले लिए और 200 छात्रों के खिलाफ ट्रायल कोर्ट में चालान पेश किया है.

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