ग्वालियर। इन दिनों ग्वालियर शहर में लगातार बिजली कटौती की समस्या से आमजन काफी परेशान है और सबसे हैरत की बात यह है. मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री जिस शहर से आते है वहीं बिजली कटौती की समस्याएं सबसे ज्यादा सामने आ रही है. अगर ऊर्जा मंत्री के गृह नगर ग्वालियर में बिजली कटौती की आम समस्या सबसे ज्यादा आ रही है, तो बाकी जिलों की तो कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. ग्वालियर शहर में बिजली कंपनी की अघोषित कटौती के कारण लोग काफी परेशान है. शहर के कई इलाकों में मेंटेनेंस के नाम पर रोज 4 से 5 घंटे बिजली कटौती की जा रही है, जिसके कारण कारोबारियों से लेकर आमजन को समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
ऊर्जा मंत्री के गृह जिले में बिजली कटौती
ग्वालियर शहर वासियों को भले ही ऊर्जा मंत्री के रूप में प्रद्युमन सिंह तोमर मिल गए हो लेकिन इसके बावजूद भी बिजली कटौती की समस्या का कोई निराकरण नहीं हो रहा है और शहर में आए दिन अघोषित बिजली कटौती हो रही है. जिस कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और इसकी शिकायत लोग ऊर्जा मंत्री से कई बार कर चुके हैं, लेकिन बिजली अधिकारियों पर इसका कोई असर नहीं हो रहा है. वहीं शहर के कई इलाकों में ट्रांसफर खराब पड़े हुए हैं जिसके चलते वहां पर नियमित बिजली नहीं पहुंच पा रही है.
कॉलोनियों में मेंटेनेंस के नाम पर हो रही अघोषित बिजली कटौती
ग्वालियर में एक सैकड़ा से अधिक ऐसी कॉलोनी है जहां पर 4 से 5 घंटे बिजली गुल हो रही है. जब कॉलोनियों में बिजली कटौती हो रही है तो इसकी जानकारी न तो लोगों को पता होती है और नहीं बिजली विभाग के कर्मचारियों को, इसके कारण आमजन काफी परेशान होता है. ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी कारोबारी और छात्रों को हो रही है. अघोषित बिजली कटौती के कारण कारोबारियों का बिजनेस भी प्रभावित हो रहा है. यह बिजली कटौती शहर की अलग-अलग कालोनियों में अलग-अलग समय पर हो रही है.
अघोषित बिजली कटौती से सबसे ज्यादा शहर के ये प्रभावित इलाके
ग्वालियर शहर में सबसे ज्यादा अघोषित बिजली कटौती से प्रभावित इलाके है, जिसमें डीडी नगर, आदर्श नगर, आनंद नगर, ट्रांसपोर्ट नगर, कोटेश्वर नगर, महाराजपुरा सहित कई ऐसी बड़ी कॉलोनियां है, जहां पर मेंटेनेंस के नाम पर अघोषित बिजली कटौती की जा रही है. इन इलाकों में रोज 4 से 5 घंटे बिजली कटौती होती है, जिस कारण आमजन काफी प्रभावित होता है. साथ ही इन इलाकों में ट्रांसफार्मर ठीक ना होने के कारण यहां पर कई दिनों तक बिजली की समस्या भी बनी रहती है.
बिजली विभाग का कहना मेंटेनेंस के लिए की जा रही बिजली कटौती
बिजली विभाग के महाप्रबंधक विनोद कटारे का कहना है कि गर्मियों में आम लोगों को बिजली की कोई समस्या ना हो इसके लिए शहर में मेंटेनेंस का कार्य किया जा रहा है और इस कारण जिस इलाके में मेंटेनेंस का कार्य किया जाता है, वहां पर एक दिन पहले अखबारों के माध्यम से बिजली कटौती की सूचना दी जाती है, इसलिए अभी शहर के कई इलाकों में मेंटेनेंस का कार्य निरंतर चालू है इस कारण बिजली की कटौती हो रही है, आगे यह समस्या पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी.
सरकारी विभागों पर करोड़ों रुपए के बकाया बिलों पर नहीं कोई कार्रवाई
ग्वालियर शहर के 15 ऐसे सरकारी विभाग है जिन पर बिजली विभाग का 32 करोड़ों रुपए से भी अधिक बिजली बिल बकाया है, लेकिन इसके बावजूद भी बिजली विभाग इन पर मेहरबान है क्योंकि बिजली विभाग द्वारा इन विभागों पर वसूली की कार्रवाई पिछले एक साल से नहीं की गई है. वहीं दूसरी तरफ अगर आम व्यक्ति पर एक महीने का बिल पेंडिंग हो जाता है तो उस पर बिजली विभाग कार्रवाई करने पहुंच जाता है.
बहरहाल लगातार बिजली कटौती और विभाग की मनमानी से लोग परेशान हो रहे है, वहीं इससे छात्रों और कारोबारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रह है, अब ऐसे में देखना होगा की ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर के गृह नगर में इस समस्या का हल कितनी जल्दी होगा या ये अनियमितता जारी रहेगी.