ग्वालियर। शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने और सड़क पर खड़े वाहनों को व्यवस्थित तरीके से पार्किंग में लगाने के मकसद से बनाई गई स्मार्ट पार्किंग सफेद हाथी साबित हो रही है. यह पार्किंग संजय कांपलेक्स, ओल्ड हाई कोर्ट, नया बाजार, कंपू सिटी सेंटर सहित आठ स्थानों पर स्थापित की गई हैं. लेकिन यहां पार्किंग करने के लिए लोगों की रुचि नहीं है. वहीं नगर निगम का अमला भी पार्किंग को व्यवस्थित रुप से संचालन करने में अक्षम साबित हो रहा है.
खास बात ये है कि खुद ग्वालियर के स्थानीय बीजेपी सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने नगर निगम प्रशासन की कार्यशैली पर नाराजगी व्यक्त की है. उनका कहना है कि नगर निगम प्रशासन इन पजल पार्किंग और अन्य वाहनों के लिए स्थापित की गई यूनिट के संचालन में अभी तक नाकाम सिद्ध हुआ है. इससे लोग अब भी सड़कों पर अपने वाहन खड़े कर रहे हैं. और यातायात व्यवस्था में बाधा उत्पन्न हो रही है. इसके लिए उन्होंने नगर निगम प्रशासन के साथ ही यातायात पुलिस को भी जिम्मेदार ठहराया है. जब उनसे पूछा गया कि अधिकारियों को किस तरह से निर्देशित करेंगे तो उन्होंने सख्त लहजे में कहा निर्देशित क्या करना. अब तो कार्रवाई करनी होगी.
पढ़ें- नगरीय निकाय चुनाव: तैयारियों को लेकर कमलनाथ ने बुलाई प्रभारी-सह प्रभारियों की अहम बैठक
कांग्रेस ने भी कहा है कि स्मार्ट सिटी के नाम पर सिर्फ नगर निगम द्वारा पैसे का मिस यूज किया जा रहा है. सरकार का पैसा व्यवस्थित रूप से खर्च होना चाहिए. लेकिन अफसरों को इस से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होने तो पार्किंग बनाकर भगवान भरोसे छोड़ दी है. संजय कांपलेक्स और ओल्ड हाई कोर्ट के नजदीक बनी पार्किंग पर गाड़ी खड़ी करने के लिए तकनीकी स्टाफ भी निगम के पास नहीं है. हाल ही में निगम प्रशासन के साथ संभागीय आयुक्त ने पार्किंग का दौरा किया था. वहां वाहन खड़े करने के लिए अपने अधीनस्थ अफसरों को निर्देश दिया था.