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ग्वालियर: सरकारी दावों की खुली पोल, जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर लोग

ग्वालियर में लोग जहरीली हवा में सांस लेने पर मजबूर हैं, लेकिन प्रदूषण नियंत्रण विभाग शहर में नो पॉल्यूशन का दावा कर रहा है.

ग्वालियर
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Published : Nov 13, 2019, 8:27 PM IST

ग्वालियर। हाल ही में अमेरिका की शिकागो यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट में ग्वालियर चंबल अंचल को सबसे ज्यादा वायु प्रदूषित क्षेत्र बताया गया. साथ ही एनजीटी ने भी अपनी एक रिपोर्ट में ग्वालियर शहर को प्रदेश का सबसे ज्यादा प्रदूषित क्षेत्र बताया था. लेकिन प्रदूषण नियंत्रण विभाग का दावा है शहर की हवा पूरी तरह प्रदूषणमुक्त है. इससे शहरवासियों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है.

ग्वालियर में जहरीली हवा

प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी प्रदीप पांडे का कहना है कि, 'शहर में हमारी तीन टीमें मॉनिटरिंग का काम कर रही हैं. जिसमें आंकड़ों से पता चला है कि शहर की हवा पूरी तरह से साफ है. दीपावली के मौके पर थोड़ी जरूर खराब हुई थी, उसके बाद शहर में प्रदूषण पूरी तरह नियंत्रिण में है'.

शहर के लोगों का कहना है कि इस समय प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा है, इसकी वजह से सांस लेने में परेशानी होती है. साथ ही शहर में विकास कार्य के नाम पर जो सड़कें खोदी जा रही हैं, उसकी वजह से पूरे शहर में धूल का गुब्बारा उड़ रहा है.

ग्वालियर। हाल ही में अमेरिका की शिकागो यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट में ग्वालियर चंबल अंचल को सबसे ज्यादा वायु प्रदूषित क्षेत्र बताया गया. साथ ही एनजीटी ने भी अपनी एक रिपोर्ट में ग्वालियर शहर को प्रदेश का सबसे ज्यादा प्रदूषित क्षेत्र बताया था. लेकिन प्रदूषण नियंत्रण विभाग का दावा है शहर की हवा पूरी तरह प्रदूषणमुक्त है. इससे शहरवासियों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है.

ग्वालियर में जहरीली हवा

प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी प्रदीप पांडे का कहना है कि, 'शहर में हमारी तीन टीमें मॉनिटरिंग का काम कर रही हैं. जिसमें आंकड़ों से पता चला है कि शहर की हवा पूरी तरह से साफ है. दीपावली के मौके पर थोड़ी जरूर खराब हुई थी, उसके बाद शहर में प्रदूषण पूरी तरह नियंत्रिण में है'.

शहर के लोगों का कहना है कि इस समय प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा है, इसकी वजह से सांस लेने में परेशानी होती है. साथ ही शहर में विकास कार्य के नाम पर जो सड़कें खोदी जा रही हैं, उसकी वजह से पूरे शहर में धूल का गुब्बारा उड़ रहा है.

Intro:ग्वालियर- ग्वालियर शहर की हवा जहरीली हो गई है आंखों में जलन और दमघोटू वाली हवा से शहरवासी परेशान है लेकिन प्रदूषण विभाग का दावा है इस शहर की हवा पूरी तरह साफ है। इससे शहरवासियों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है अधिकारी का कहना है शहर में हमारी तीन टीमें मॉनिटरिंग का काम कर रही है जिसमें आंकड़ो से पता चला है कि शहर की हवा पूरी तरह से साफ है दिवाली के मौके पर थोड़ी जरूर खराब थी उसके बाद शहर में प्रदूषण की स्थिति ठीक बनी हुई है। शहर में यह तीनों टीमें स्विफ्ट से काम कर रही है और तीनों आकड़ो को मिलाकर हमारा वायु प्रदूषण का आकार pm10 जो कि शहर में 170 से 175 आसपास है।


Body:लेकिन वायु प्रदूषण से शहर में रहने वाले लोग परेशान हैं उनका कहना है कि शहर में इस समय प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा है इसकी वजह से सांस लेने में परेशानी होती है साथ ही शहर में जो विकास कार्य के नाम पर जो सड़कें खोदी जा रही है। उसकी वजह से पूरा शहर धूल का गुब्बारा बन गया है। गौरतलब है कि अभी हाल में ही अमेरिका की शिकागो यूनिवर्सिटी ने एक रिपोर्ट तैयार की जिसमें ग्वालियर चंबल अंचल को सबसे ज्यादा बायु प्रदूषित क्षेत्र बताया था। साथी एनजीटी ने भी एक अपनी रिपोर्ट तैयार की थी उसमें ग्वालियर शहर को प्रदेश का सबसे ज्यादा प्रदूषित क्षेत्र बताया था लेकिन सवाल इस बात का है स्थानीय वायु प्रदूषण नियंत्रण विभाग के अधिकारी है वह अपनी रिपोर्ट किस आधार पर बना रहे हैं।


Conclusion:वाइट - प्रदीप पांडे, वायु प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी
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