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ग्वालियर की आधी आबादी में है खून की कमी, पुरुष भी एनीमिया के शिकार

ग्वालियर में महिला और बच्चों के साथ अब पुरुष भी एनीमिया के शिकार होने लगे हैं. सरकार लोगों को जागरूक करने का अभियान चला रही है.

ग्वालियर की आधी आबादी में है खून की कमी
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Published : Sep 12, 2019, 3:48 PM IST

ग्वालियर। अक्सर खून की कमी से महिलाएं और बच्चे ही पीड़ित रहते हैं, लेकिन अब पुरुष भी इस समस्या से ग्रसित होने लगे हैं. ग्वालियर जिले की आधी आबादी खून की कमी से जूझ रही है. पोषण माह में जारी आंकड़ों के मुताबिक ग्वालियर जिले में महिलाएं 53 फीसदी, बच्चे 50 फीसदी और 40 फीसदी पुरुषों में खून की कमी है.

ग्वालियर की आधी आबादी में है खून की कमी

अधिकारियों का कहना है कि खून की कमी से थोड़ी सी सतर्कता और स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहकर निपटा जा सकता है. घर में वे सभी चीजें मौजूद रहती हैं जिनसे यह कमी दूर की जा सकती है. इसके लिए कोई भारी भरकम खर्च और विशेष इंतजाम करने की जरूरत नहीं है.

सरकार शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले परिवारों के स्वास्थ्य सुधार के लिए कई पोषण योजनाएं चला रही है. बावजूद इसके जिले का हर दूसरा व्यक्ति लगभग खून की कमी का शिकार है. इनमें महिला और बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा है. लेकिन जब ये आंकड़ा निकाला गया तो पुरुषों में भी खून की कमी है. वह भी खून की कमी से जूझ रहे है.

ग्वालियर। अक्सर खून की कमी से महिलाएं और बच्चे ही पीड़ित रहते हैं, लेकिन अब पुरुष भी इस समस्या से ग्रसित होने लगे हैं. ग्वालियर जिले की आधी आबादी खून की कमी से जूझ रही है. पोषण माह में जारी आंकड़ों के मुताबिक ग्वालियर जिले में महिलाएं 53 फीसदी, बच्चे 50 फीसदी और 40 फीसदी पुरुषों में खून की कमी है.

ग्वालियर की आधी आबादी में है खून की कमी

अधिकारियों का कहना है कि खून की कमी से थोड़ी सी सतर्कता और स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहकर निपटा जा सकता है. घर में वे सभी चीजें मौजूद रहती हैं जिनसे यह कमी दूर की जा सकती है. इसके लिए कोई भारी भरकम खर्च और विशेष इंतजाम करने की जरूरत नहीं है.

सरकार शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले परिवारों के स्वास्थ्य सुधार के लिए कई पोषण योजनाएं चला रही है. बावजूद इसके जिले का हर दूसरा व्यक्ति लगभग खून की कमी का शिकार है. इनमें महिला और बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा है. लेकिन जब ये आंकड़ा निकाला गया तो पुरुषों में भी खून की कमी है. वह भी खून की कमी से जूझ रहे है.

Intro:ग्वालियर। जिले की लगभग आधी आबादी खून की कमी से जूझ रही है यानी उन में खून की कमी है। हाल ही में पोषण माह में जारी आंकड़ों से सरकारी महकमा चौक उठा है क्योंकि अक्सर खून की कमी से महिलाएं और बच्चे भी पीड़ित रहते हैं लेकिन आप पुरुष भी इस समस्या से ग्रस्त हो गए हैंBody:यह हाल तब है जब सरकार शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले परिवारों के स्वास्थ्य सुधार के लिए कई पोषण योजनाएं चला रही है। बावजूद इसके जिले का हर दूसरा व्यक्ति लगभग खून की कमी का शिकार है। निसंदेह इनमें महिला और बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा है लेकिन पुरुषों में ये आंकडा 40 फ़ीसदी है।Conclusion:पोषण माह में जिलेवार जारी सूची में ग्वालियर जिले में जहां महिलाएं 53 फ़ीसदी खून की कमी की शिकार है वही बच्चों की संख्या लगभग 50% है। पुरुषों में एनीमिक की समस्या 40 फ़ीसदी है अब सरकार अपने पोषण कार्यक्रम के दौरान लोगों को जागरूक करने का अभियान चला रही है। अधिकारियों का कहना है कि खून की कमी से थोड़ी सी सतर्कता और स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहकर निपटा जा सकता है क्योंकि घर में वे सभी चीजें मौजूद रहती हैं जिनसे यह कमी पूरी की जा सकती है। इसके लिए कोई भारी भरकम खर्च अथवा विशेष इंतजाम करने की जरूरत नहीं है ।
बाईट- राजीव कुमार सिंह जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग ग्वालियर
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