ग्वालियर। इंदरगंज थाने में पुलिस कस्टडी (Police Custody) में एक आरोपी की मौत हो गई. मृतक एक सटोरिया (Gambler) था, और सट्टे लगवाने के शक में पुलिस पकड़कर थाने लाई थी. कुछ जवानों ने उसके साथ मारपीट की और वह बेहोश हो गया. उसे पानी पिलाया तो उल्टियां करने लगा. आनन-फानन में पुलिस आरोपी को जयारोग्य अस्पताल (jayarogya hospital gwalior) लेकर पहुंची. जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
घटना सोमवार देर रात की है. पुलिस कस्टडी में आरोपी की मौत की खबर लगते ही पुलिस अधीक्षक (Gwalior SP Amit Sanghi) अमित सांघी ने तत्काल इस मामले में सीएसपी नागेन्द्र सिंह को जांच के लिए भेजा. वहीं मामला बिगड़ता देख एसपी ने न्यायिक जांच के लिए पत्र लिख कर भेजा है.
आरक्षकों ने सटोरिए को खूब पीटा
दरसअल, सोमवार शाम 8 बजे इन्दरगंज थाना पुलिस के एसआई बृजलाल यादव अपने तीन आरक्षकों मुकेश, श्याम और नीरज के साथ नई सड़क पहुंचे थे. यहां से एक सटोरिये सोनू बंसल को थाने लेकर आए. थाने लाकर तीनों आरक्षक सटोरिए को इन्दरगंज थाने के ऊपर कैमरों की नजरों से बचाकर मिनी कन्ट्रोल रूम ले गए और उसकी खूब पिटाई की.
इस बीच वह बेहोश होने लगा. तत्काल उसको पानी पिलाया तो उल्टी करने लगा, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. उसे तत्काल गाड़ी में डालकर जयारोग्य अस्पताल पहुंचाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
अज्ञात नाम से डेड हाउस में शव रखवाकर गायब हुई पुलिस
आरोपी की मौत की खबर सुनते ही पुलिस जवानों के हाथ पांव फूल गए. आरक्षकों ने तत्काल युवक को अज्ञात नाम से डेड हाउस शव रखवा दिया और वहां से गायब हो गए. जब मामले का पता लगा और इंदरगंज थाना के सामने भीड़ लगी तो पुलिस अफसरों के हाथ पांव फूल गए.
मामले की खबर मिलते ही पुलिस कप्तान अमित सांघी ने तत्काल नगर पुलिस अधीक्षक नागेन्द्र सिंह को जांच के लिए भेजा. इसके बाद मामला बिगड़ने पर तत्काल रात को ही एसपी ने न्यायिक जांच के लिए डीजे (डिस्ट्रिक्ट जज) को पत्र लिखा. साथ ही थाने में लगे CCTV कैमरे और उनकी फुटेज सुरक्षित कर ली गई है और जांच कर कार्रवाई की जा रही है.
थान इंदरगंज में रॉयल टॉकिज के पास से दो व्यक्तियों को लाया गया. इनके बारे में सट्टा खिलाने की पुलिस को सूचना थी. थाने में पूछताछ के दौरान एक व्यक्ति की तबीयत खराब हुई, जिसे पानी पिलाया गया, तो उसने उल्टी कर दी. इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां पर उसकी मृत्यु हो गई. इस मामले को लेकर जिला न्यायधीश को पत्र लिखा गया है. इसकी न्यायिक जांच की जाएगी. इसके साथ ही आरक्षकों पर एक्शन लिया जा रहा है.
अमित सांघी, एसपी