ग्वालियर। लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता ओम हरि शर्मा का अचानक भोपाल तबादला कर दिया गया. अधिकारी ने शनिवार को पूर्व मंत्री इमरती देवी को बंगला खाली कराने का नोटिस दिया था. वहीं इमरती देवी को नोटिस जारी करने वाले अधिकारी का रातों-रात तबादला राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है.
दरअसल पूर्व कैबिनेट मंत्री इमरती देवी डबरा से विधानसभा चुनाव हार गईं थीं. उन्होंने पिछले दिनों अपना इस्तीफा भी मुख्यमंत्री को सौंप दिया है. लेकिन उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है. इमरती देवी का बंगला रूप सिंह स्टेडियम के पास मानिक विलास कॉलोनी में है. मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग शर्मा ने शनिवार को पूर्व मंत्री इमरती देवी से बंगला खाली कराने संबंधित नोटिस जारी किया था. इसके साथ ही उन्होंने पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक लाखन सिंह यादव को भी बांग्ला खाली कराने संबंधी नोटिस भिजवाया था.
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रिटायरमेंट को बाकी हैं कुछ दिन
नोटिस जारी करने के 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि मुख्य अभियंता ओम हरि शर्मा का भोपाल तबादला कर दिया गया. जबकि उनके रिटायरमेंट में कुछ ही महीने ही बाकी हैं. इमरती देवी पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की बेहद करीबी मानी जातीं हैं. वह इससे पहले 2018 के चुनाव में ग्वालियर चंबल संभाग में सबसे ज्यादा मतों से जीत हासिल करने वाली एकमात्र विधायक थीं. इन दिनों वो बीजेपी में दलित और महिला चेहरा हैं. चर्चा है कि पूर्व मंत्री इमरती देवी बंगला खाली करना नहीं चाहती थीं. इस नोटिस को उन्होंने अपनी तौहीन के तौर पर लिया था, जिसके चलते मुख्य अभियंता को रवानगी झेलनी पड़ी है. अब इस मामले में कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है.
शनिवार को दिया था नोटिस
बता दें पूर्व मंत्री इमरती देवी का बंगला खाली कराने के लिए लोक निर्माण विभाग ने शनिवार को नोटिस दिया था. पूर्व मंत्री इमरती देवी ग्वालियर में आरसी रोड पर 44 ए नंबर के बंगले में रहती हैं. लेकिन उपचुनाव में करारी हार के बाद अब उनके पास कोई पद नहीं है. इस वजह से लोक निर्माण विभाग ने बंगला खाली करने का नोटिस जारी किया था.
नोटिस पर क्या बोलीं थी इमरती देवी
नोटिस पर पूर्व मंत्री इमरती देवी ने कहा था कि अभी उनका इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है. इस उपचुनाव में पूर्व मंत्री इमरती देवी को डबरा विधानसभा से करारी हार का सामना करना पड़ा था. उनके ही समधी सुरेश राजे ने उन्हें करारी हार दी थी, उसके बाद फिर पूर्व मंत्री इमरती देवी ने मंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए सीएम शिवराज से मुलाकात की और उसके बाद मंत्री पद से इस्तीफा दिया, लेकिन अब भी मीडिया में यह कहती नजर आती हैं कि उनका मंत्री पद का इस्तीफा अभी मंजूर नहीं हुआ है.