ETV Bharat / state

अब सोशल साइट पर हो रही वर्चुअल छेड़खानी, साइबर क्राइम के मामलों में हो रहा इजाफा - ग्वालियर साइबर अपराध

बदलते जमाने के साथ-साथ अब शहर में छेड़खानी का तरीका भी बदल गया है. अब सोशल साइट्स पर छेड़खानी करने के नए-नए तरीके मनचले आजमा रहे. कोई अश्लील वीडियो भेज छेड़खानी कर रहा तो कोई लड़कियों की फोटो से उनका चेहरा काटकर अश्लील फोटो में एडिट कर उन्हें बदनाम कर रहा. कुल मिलाकर छेड़खानी के वर्चुअल तरीके अब ये बदमाश खूब आजमा रहे हैं.पढ़िए पूरी खबर...

increasing cases of cybercrime
बढ़ रहे साइबर क्राइम
author img

By

Published : Oct 5, 2020, 2:21 PM IST

ग्वालियर। पूरे देशभर में कोरोना संक्रमण के कारण सभी जगह स्कूल, कॉलेज और कोचिंग पूरी तरह से बंद हैं. इस कारण महिलाओं और छात्राओं के साथ होने वाली घटनाओं में काफी कमी देखने को मिली है. राह चलते छात्राओं के साथ छेड़खानी की शिकायतें बहुत कम आ रही हैं, लेकिन शहर के गुंडे अब सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं. यह गुंडे सोशल मीडिया पर छात्रा और महिलाओं को टारगेट कर रहे हैं. ऐसे लोग कभी छात्राओं के नाम पर फर्जी फेसबुक आईडी बनाते हैं तो कभी छात्राओं के फोटो निकालकर उन पर भद्दी टिप्पणी करते हैं. कहा जा सकता है कि लॉकडाउन के समय छात्राओं और महिलाओं को मोबाइल पर तंग करने की घटनाएं भी लगातार बढ़ गई हैं.

बढ़ रहे साइबर क्राइम

सोशल साइट पर हो रही 'वर्चुअल छेड़खानी'

बदलते जमाने के साथ-साथ अब शहर में छेड़खानी का तरीका भी बदल गया है. अब सोशल साइट्स पर छेड़खानी करने के नए-नए तरीके मनचले आजमा रहे. कोई अश्लील वीडियो भेज छेड़खानी कर रहा तो कोई लड़कियों की असली फोटो से उनका चेहरा काट अश्लील फोटो में एडिट कर उन्हें बदनाम कर रहा. कुल मिलाकर छेड़खानी के वर्चुअल तरीके अब ये बदमाश खूब आजमा रहे हैं.

सोशल साइट्स के जरिए छेड़खानी की घटनाएं

यही कारण है कि साइबर सेल और क्राइम ब्रांच में 10 अप्रैल से 20 जुलाई के बीच ऐसे 74 से अधिक शिकायतें पहुंची हैं. ऐसे मामले हैं जिनमें सोशल साइट्स के जरिए छात्रा और महिलाओं को परेशान किया गया है. साइबर विभाग के पुलिस अधीक्षक सुधीर अग्रवाल का कहना है कि पहले भी सोशल साइट्स के जरिए छेड़खानी की घटनाएं होती थी, लेकिन लॉकडाउन के अंतराल में इन घटनाओं में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है, क्योंकि इस दौरान सबसे ज्यादा इंटरनेट का उपयोग किया गया है. जिससे इस तरह की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है.

फर्जी फेसबुक आईडी से महिलाओं पर भद्दी टिप्पणी

51 मामलों में से 29 मामले छात्राओं और महिलाओं के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी और इंस्टाग्राम अकाउंट बनाकर फोटो अपलोड करने की शिकायतें मिली हैं और 20 शिकायतों में छात्राओं ने फोन पर अश्लील मैसेज करने पर धमकाने की रिपोर्ट की है. इसके उलट लॉकडाउन में राह चलते महिला और छात्राओं के साथ छेड़खानी की घटनाएंना के बराबर हैं. 10 अप्रैल से लेकर जून के महीने तक शहर में सिर्फ 13 घटनाएं सामने आई हैं.

अपने अकाउंट को रखे प्राइवेट मोड पर

साइबर सेल एसपी सुधीर अग्रवाल का कहना है कि ऐसे में महिला और छात्राओं को अपने सोशल अकाउंट पर ध्यान देना चाहिए जो लोग उनके परिचित हैं जिन्हें वह जानती हैं. उनसे ही बातें करें और अपने सोशल अकाउंट को प्राइवेट मोड पर रखें.

ग्वालियर। पूरे देशभर में कोरोना संक्रमण के कारण सभी जगह स्कूल, कॉलेज और कोचिंग पूरी तरह से बंद हैं. इस कारण महिलाओं और छात्राओं के साथ होने वाली घटनाओं में काफी कमी देखने को मिली है. राह चलते छात्राओं के साथ छेड़खानी की शिकायतें बहुत कम आ रही हैं, लेकिन शहर के गुंडे अब सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं. यह गुंडे सोशल मीडिया पर छात्रा और महिलाओं को टारगेट कर रहे हैं. ऐसे लोग कभी छात्राओं के नाम पर फर्जी फेसबुक आईडी बनाते हैं तो कभी छात्राओं के फोटो निकालकर उन पर भद्दी टिप्पणी करते हैं. कहा जा सकता है कि लॉकडाउन के समय छात्राओं और महिलाओं को मोबाइल पर तंग करने की घटनाएं भी लगातार बढ़ गई हैं.

बढ़ रहे साइबर क्राइम

सोशल साइट पर हो रही 'वर्चुअल छेड़खानी'

बदलते जमाने के साथ-साथ अब शहर में छेड़खानी का तरीका भी बदल गया है. अब सोशल साइट्स पर छेड़खानी करने के नए-नए तरीके मनचले आजमा रहे. कोई अश्लील वीडियो भेज छेड़खानी कर रहा तो कोई लड़कियों की असली फोटो से उनका चेहरा काट अश्लील फोटो में एडिट कर उन्हें बदनाम कर रहा. कुल मिलाकर छेड़खानी के वर्चुअल तरीके अब ये बदमाश खूब आजमा रहे हैं.

सोशल साइट्स के जरिए छेड़खानी की घटनाएं

यही कारण है कि साइबर सेल और क्राइम ब्रांच में 10 अप्रैल से 20 जुलाई के बीच ऐसे 74 से अधिक शिकायतें पहुंची हैं. ऐसे मामले हैं जिनमें सोशल साइट्स के जरिए छात्रा और महिलाओं को परेशान किया गया है. साइबर विभाग के पुलिस अधीक्षक सुधीर अग्रवाल का कहना है कि पहले भी सोशल साइट्स के जरिए छेड़खानी की घटनाएं होती थी, लेकिन लॉकडाउन के अंतराल में इन घटनाओं में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है, क्योंकि इस दौरान सबसे ज्यादा इंटरनेट का उपयोग किया गया है. जिससे इस तरह की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है.

फर्जी फेसबुक आईडी से महिलाओं पर भद्दी टिप्पणी

51 मामलों में से 29 मामले छात्राओं और महिलाओं के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी और इंस्टाग्राम अकाउंट बनाकर फोटो अपलोड करने की शिकायतें मिली हैं और 20 शिकायतों में छात्राओं ने फोन पर अश्लील मैसेज करने पर धमकाने की रिपोर्ट की है. इसके उलट लॉकडाउन में राह चलते महिला और छात्राओं के साथ छेड़खानी की घटनाएंना के बराबर हैं. 10 अप्रैल से लेकर जून के महीने तक शहर में सिर्फ 13 घटनाएं सामने आई हैं.

अपने अकाउंट को रखे प्राइवेट मोड पर

साइबर सेल एसपी सुधीर अग्रवाल का कहना है कि ऐसे में महिला और छात्राओं को अपने सोशल अकाउंट पर ध्यान देना चाहिए जो लोग उनके परिचित हैं जिन्हें वह जानती हैं. उनसे ही बातें करें और अपने सोशल अकाउंट को प्राइवेट मोड पर रखें.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.