ग्वालियर| जिले में दस्तक अभियान को लेकर जिला प्रशासन गंभीर नजर नहीं आ रहा है. यही कारण है कि प्रदेश में ग्वालियर की रैंक 26 वें स्थान पर बनी हुई है. वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के छोटे-छोटे जिले भी दस्तक अभियान में ग्वालियर से आगे निकल गए हैं. जिले की रैंक अच्छी नहीं होने के कारण कलेक्टर अनुराग चौधरी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए स्वास्थ्य विभाग के चार लापरवाह कर्मचारियों का 5 दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं.
बच्चों के स्वास्थ्य की जांच और कुपोषण रोकने के लिए ग्वालियर सहित प्रदेश के सभी जिलों में 10 जून से दस्तक अभियान प्रारंभ हो चुका है. इसके चालू होने से पहले ही कलेक्टर ने अभियान की सफलता को लेकर 5 से ज्यादा बैठक की थीं. इसमें बड़ी संख्या में अधिकारी कर्मचारी लगाए थे. ये अभियान जिले में 20 जुलाई तक चलना है और 10 जुलाई तक की स्थिति में प्रोग्रेस बहुत ही खराब है. इससे साफ है कि सरकारी अमला गांव तक जाने से कतरा रहा है.
कलेक्टर अनुराग चौधरी ने अभियान की समीक्षा करते हुए नाराजगी व्यक्त की है और संबंधित अधिकारियों के विरूद्ध दंडात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. कलेक्टर का कहना है कि अभियान को प्रभावी रूप देने के लिए आखिरी के 12 दिनों में अच्छा काम करके जिले को नंबर वन पर लाने का प्रयास किया जाए. कलेक्टर के अनुसार बीते अभियान में ग्वालियर जिला टॉप 5 जिलों में शामिल था. लेकिन इस बार की प्रोग्रेस रिपोर्ट खराब रही है.