ग्वालियर। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इस दौरान कोई भी राजनीतिक दल एक-दूसरे को पटखनी देने का मौका नहीं छोड़ रहे हैं. यही कारण है कि इस समय प्रदेश भर में अघोषित बिजली कटौती की समस्या लगातार बढ़ रही है और लोग भी लगातार इस बिजली कटौती से परेशान होकर धरने दे रहे हैं. इसी कड़ी में प्रदेश सरकार और उनके मंत्रियों को घेरने के लिए आम आदमी पार्टी चरणबद्ध तरीके से आंदोलन कर रही है. ग्वालियर अंचल में घोषित और अघोषित विद्युत कटौती को लेकर आम आदमी पार्टी ने प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के ग्वालियर स्थित सरकारी बंगले पर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. (Gwalior People Face To Problem Power Cut)
आप नेताओं ने प्रद्युम्न को बताया नौटंकी: दो घंटे से अधिक चले प्रदर्शन और धरने के दौरान आप नेताओं ने ऊर्जा मंत्री को नौटंकी बाज बताया. उन्होंने कहा कि बिजली नहीं तो बिल नहीं...मंत्री मालामाल और जनता है बेहाल... जैसे नारों की तख्तियां लेकर ऊर्जा मंत्री के खिलाफ प्रदर्शन किया. आप का कहना है कि ऊर्जा मंत्री के गृह नगर में जब अंधकार है तो मध्य प्रदेश की स्थिति क्या? बिजली के खंभों पर चढ़ने वाले मंत्री गायब है और हम उनके बंगले पर हैं. वहीं ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का कहना है कि "विपक्ष को अपनी बात कहने का अधिकार है. मैं नहीं कहता कि कमियां नहीं है, लेकिन कहां कमियां है मुझे बताएं. सरकार बैठी है उन कमियों को ठीक करने के लिए प्लानिंग करें.
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पूरा प्रदेश में अघोषित बिजली कटौती: इस समय पूरे प्रदेश भर में अघोषित बिजली कटौती है. लगातार बिजली कटौती से लोग घरों से निकलकर सड़कों पर आने लगे हैं. आए दिन ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बंगले पर सैकड़ों लोग बिजली की समस्या को लेकर पहुंच रहे हैं. कुछ शहरवासी ऐसे भी है जो एकजुट होकर मंत्री के बंगले का घेराव कर रहे हैं. इसके बावजूद उनकी समस्याओं का हल नहीं हो पा रहा है बिजली के इंतजार में जागते रहते हैं.
याद आई दिग्विजय सरकार के दिन: आम लोगों का कहना है कि ऐसा लग रहा है कि साल 2003 में दिग्विजय सिंह सरकार जैसे दिन आ गए हैं. उनका कहना है कि इस प्रदेश में दिग्विजय सिंह जब मुख्यमंत्री हुआ करते थे, तब उस दौरान काफी संख्या में बिजली कटौती होती थी, लेकिन अब शिवराज सरकार ने उनका भी रिकॉर्ड तोड़ दिया है. यही कारण है कि रात भर लोग सिर्फ बिजली के इंतजार में बैठे रहते हैं.