ग्वालियर/भोपाल त्योहार आते ही प्रशासन सबसे पहले अलर्ट मोड पर आ जाता है, क्योंकि सबसे ज्यादा काला धंधा इन त्योहारों पर ही होता है. आए दिन कहीं ना कहीं से पुलिस भारी मात्रा में मिलावटी मावा, मिठाईयां जब्त करते हैं. कुछ ही दिनों में हिंदुओं का सबसे बड़ा त्योहार दिवाली आने वाला है. जिसको लेकर जहां सभी बाजार सज गए हैं, वहीं पुलिस भी अपनी पैनी नजर मिलावटखोरों पर बनाए हुए हैं. ऐसे ही कुछ मामले ग्वालियर और भोपाल से आए हैं. जहां मिलावटखोरों पर प्रशासन शिकंजा कस रही है. mp news, adulteration mawa supply in mp, mp chemical mixed in mawa and milk in gwalior zone
देशभर में हो रही नकली मावा की सप्लाई: चंबल अंचल का इलाका जो कभी बीहड़ और बागियों के लिए हमेशा से बदनाम रहा है, लेकिन अब यह इलाका वाइट पॉइजन यानी 'सफेद जहर' के लिए पूरे देश भर में बदनाम हो रहा है. सफेद जहर यानी चंबल के इलाकों में नकली मावा और नकली दूध की सप्लाई पूरे देश भर में हो रही है. सबसे खास बात यह है कि जब त्योहार नजदीक आते हैं तो यह माफिया यहां से नकली मावा की सप्लाई अलग-अलग माध्यम से पूरे देश भर में करते हैं. इसी नकली मावा और दूध से मिठाइयां तैयार होती हैं जो त्यौहारों पर लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालती है. खास बात यह है कि इस सफेद जहर को रोकने वाले अफसर कार्रवाई की बजाय राजनेताओं के कार्यक्रमों में व्यस्त हैं.
400 से ज्यादा ठिकानों पर तैयार होता है मावा: इस समय दिवाली का त्यौहार नजदीक है, ऐसे में दुकानों पर सजने वाली तरह-तरह की मिठाइयां आपके घर में पहुंचना शुरू हो जाएंगे, लेकिन ईटीवी भारत आपको सतर्क कर रहा है. जब भी आप दुकान पर मिठाईयां खरीदने जाएं तो आप सतर्क हो जाएं. हो सकता है कि आप मिठाई के रूप में जहर घर पर ले जा रहे हो. सबसे बड़ा गढ़ ग्वालियर चंबल अंचल बन चुका है. ईटीवी भारत के इस स्पेशल वीडियो में देखिए के माफिया किस तरीके से नकली दूध बना रहा है और ऐसे ही नकली मावे को तैयार किया जाता है. चंबल अंचल के मुरैना और भिंड दो ऐसे जिले है, जहां सबसे ज्यादा नकली मावा और दूध तैयार होता है. मुरैना और भिंड जिले में 400 से अधिक ऐसे ठिकाने हैं, जहां पर नकली मावा तैयार किया जाता है. सबसे खास बात यह है कि दुग्ध उत्पादन में 16 जिलों में भिंड जिला सबसे पीछे है, लेकिन यहां से देश भर में सबसे अधिक मावे की सप्लाई की जाती है. इसलिए आप सोच सकते हैं कि यह सफेद जहर कितनी बड़ी मात्रा में तैयार किया जा रहा है.
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20 डलिया मावा ग्वालियर में जब्त: त्योहारों के मद्देनजर ग्वालियर में जिला प्रशासन ने खाद्य एवं औषधि विभाग को भी सक्रिय किया है. खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने गुरुवार को शहर के मोर बाजार स्थित मावा कारोबारियों के यहां छापामार कार्रवाई की. यहां मिनी ट्रक में आया 20 डलिया मावा सब स्टैंडर्ड होने के संदेह में उसकी सैंपलिंग ली गई है. मोर बाजार में मावा कारोबारी सिंघल, जैन और यादव की फर्मों पर आए मावे के कुल 6 सैंपल कलेक्ट किए गए हैं. जिन्हें जांच के लिए लैब भेजा जा रहा है. माफिया चंबल इलाके में नकली मावा और दूध बनाने के दौरान ऐसे खतरनाक केमिकल का उपयोग करते हैं, जिससे कैंसर जैसी भयानक बीमारी होती है. माफिया नकली मावा और दूध बनाने के दौरान डिटर्जेंट, डिटेल, रिफाइंड का उपयोग करते हैं और इन सब के कैमिकलों से लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर देखने को मिलता है. डॉक्टरों के मुताबिक इससे कैंसर, नर्वस सिस्टम और शुगर जैसी भयानक बीमारियां होती हैं. साथ ही अगर किसी बच्चे ने इसका उपयोग किया है, तो उसकी मौत भी हो सकती है.
कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर आरोप: वहीं इस मामले को लेकर कांग्रेस लगातार शिवराज सरकार पर आरोप लगा रही है. कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह का कहना है शिवराज सरकार में हर प्रकार का माफिया फल फूल रहा है. सबसे चिंता की बात यह है खाद्य माफिया लगातार नकली मावा और नकली दूध की सप्लाई करने में लगे हुए हैं. जिससे लोग कैंसर और भयानक बीमारियों का शिकार हो रहे हैं, लेकिन जिला प्रशासन के अधिकारी सिर्फ राजनेताओं की जी हजूरी करने में लगे हैं.
भोपाल में प्रशासन सख्त: दीपावली के आसपास त्योहारों को लेकर बड़े स्तर पर भोपाल में मिलावटी मावा पहुंचता है. जिसको लेकर इस बार जिला प्रशासन के साथ रेलवे ने भी इन मिलावट खोरों के खिलाफ अपना एक्शन प्लान तैयार कर लिया है. भोपाल जिला प्रशासन व खाद्य व औषधि विभाग ने भी नकली व आमानक मावे के खिलाफ जांच अभियान को तेज कर दिया है. भोपाल में भोपाल के आसपास की दुकानों से सैंपल कलेक्ट करने के अलावा ग्वालियर, भिंड इत्यादि जगह से आने वाले मावे पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश जिला प्रशासन द्वारा पहले ही जारी कर दिए गए हैं. भोपाल पहुंचने वाले सभी रास्तों मैं विशेष चेकिंग पॉइंट बनाकर बाहर से आने वाली मिठाई व खाद्य सामग्रियों की जांच की जा रही है. खाद्य विभाग जांच के लिए पुलिस का भी सहयोग ले रही है. इसके अलावा सैंपल कलेक्ट करने के लिए मोबाइल लैब के जरिए घूम घूम कर सैंपल कलेक्ट किए जा रहे हैं. ( mp news) (adulteration mawa supply in mp) (mp chemical mixed in mawa and milk in gwalior zone) (diwali festival adulteration mawa supply)