ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ ग्वालियर में एक बार फिर भाजपा को झटका मिला है. पूर्व विधायक मदन कुशवाहा ने बीजेपी से इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थामा है. मंगलवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की आमसभा के दौरान पूर्व विधायक व भाजपा नेता मदन कुशवाहा ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की. इस दौरान मल्लिकार्जुन खरगे ने उन्हें साल और श्रीफल देकर पार्टी में स्वागत किया और उनकी मंच से तारीफ की.
चार दिन से बीजेपी का प्रचार, फिर अचानक कांग्रेस में शामिल: पूर्व विधायक व बीजेपी के नेता मदन कुशवाहा पिछले 4 दिन से मंत्री भारत सिंह कुशवाहा के साथ प्रचार कर रहे थे. जहां लगातार मंच से वे कांग्रेस को कोसते हुए नजर आ रहे थे, लेकिन अचानक उन्होंने अपना निर्णय बदला और कांग्रेस में शामिल हो गए. मदन सिंह कुशवाहा को कांग्रेस में शामिल होने के बाद अब सबसे बड़ी चुनौती मंत्री भारत सिंह कुशवाहा के लिए बन गई है, क्योंकि यह दोनों नेता कुशवाहा समाज से आते हैं और ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा में कुशवाहा समाज का निर्णायक वोट बैंक है. इसलिए अंदाजा लगाया जा रहा है कि सबसे ज्यादा मदन सिंह कुशवाहा मंत्री भारत सिंह कुशवाहा को नुकसान पहुंचाएंगे.
टिकट न मिलने पर बीजेपी से नाराज: पूर्व विधायक मदन सिंह कुशवाह ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा के नेता माने जाते हैं और कुशवाहा समाज में उनकी अच्छी पकड़ है. मदन सिंह कुशवाहा पहले बहुजन समाज पार्टी से चुनाव लड़ चुके हैं और विधायक रहे हैं. उसके बाद यह बसपा का दामन छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए, लेकिन अबकी बार पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया. उसके बाद वह नाराज होकर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं.
मंत्री मदन सिंह कुशवाह को पहुंचा सकते हैं नुकसान: कांग्रेस में शामिल होने के बाद सबसे बड़ा चैलेंज मंत्री भारत सिंह कुशवाहा के लिए है, क्योंकि यह ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा से बीजेपी के उम्मीदवार हैं. मदन सिंह कुशवाहा अब कुशवाहा समाज के वोट बैंक कांग्रेस की तरफ ले जा सकते हैं, जिसके कारण मंत्री भारत सिंह कुशवाहा को नुकसान झेलना पड़ सकता है. कांग्रेस में शामिल होने के बाद पूर्व विधायक मदन सिंह कुशवाहा ने कहा है कि उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के समक्ष कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है. उन्होंने कहा कि निश्चित ही अबकी बार मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन रही है.