ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक के बाद एक बीजेपी को तगड़ा झटका मिल रहा है. ग्वालियर में बीजेपी के कद्दावर नेता और पूर्व विधायक विजेंद्र तिवारी ने अपने हजारों समर्थकों के साथ कांग्रेस का दामन थाम लिया है. इस दौरान पूर्व सीएम दिव्या सिंह और नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने उन्हें सदस्यता दलाई. विजेंद्र तिवारी ग्वालियर की भितरवार विधानसभा से विधायक रह चुके हैं, लेकिन लगातार पार्टी उन्हें टिकट नहीं दे रही थी. इस कारण वह पार्टी से नाराज चल रहे थे.
बीजेपी प्रत्याशी को हो सकता है नुकसान: बता दें बीजेपी के पूर्व विधायक विजेंद्र तिवारी कद्दावर नेता माने जाते हैं. भितरवार विधानसभा में उनकी एक अच्छी पकड़ है. साथ ही समर्थकों की संख्या भी अधिक है. यही कारण है कि आज अपने लगभग 2000 समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. विजेंद्र तिवारी के कांग्रेस में शामिल होने के बाद अब बीजेपी की मुसीबत और बढ़ गई है. बीजेपी ने भितरवार विधानसभा से मोहन सिंह राठौड़ को अपना उम्मीदवार बनाया है. तिवारी के कांग्रेस में जाने से उन्हें बड़ा नुकसान झेलना पड़ेगा.
बीजेपी ने मोहन सिंह राठौड़ को दिया टिकट: भितरवार विधानसभा से विजय तिवारी को एक मजबूत उम्मीदवार के रूप में देखा जा रहा था, लेकिन पार्टी ने मोहन सिंह राठौड़ को टिकट दे दिया. उसके बाद वह लगातार नाराज चल रहे थे. तिवारी के कांग्रेस में शामिल होने के बाद अब भितरवार विधानसभा का राजनीतिक समीकरण पूरी तरह से बिगड़ गया है. कांग्रेस के उम्मीदवार लाखन सिंह यादव काफी मजबूत दिखाई दे रहे हैं, तो वहीं बीजेपी से उम्मीदवार मोहन सिंह राठौड़ के लिए एक बड़ा चैलेंज हो गया है.
टगौरतलब है कि दो दिन पहले बीजेपी के पूर्व विधायक मदन कुशवाहा ने कांग्रेस का दामन थाम कर बीजेपी को बड़ा झटका दिया था, क्योंकि मदन सिंह कुशवाह ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा की यह कद्दावर नेता माने जाते हैं. तो वहीं आज बीजेपी के पूर्व विधायक विजेंद्र तिवारी ने इस्तीफा देकर पार्टी को बड़ा झटका दिया है.