ग्वालियर। सोमवार को जीवाजी विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद की बैठक में हिस्सा लेने कार्य परिषद सदस्य अनूप अग्रवाल पहुंचे थे. जहां उन्होंने बैठक का एजेंडा एक दिन पहले भेजने पर हंगामा खड़ा कर दिया. उनका कहना है कि उन्होंने कुलपति को पत्र लिखकर पहले ही चेताया था कि वह बैठक का एजेंडा कम से कम 2 सप्ताह पहले सदस्यों के पास भेजें. जिससे सदस्य संबंधित मामले की स्टडी कर उस पर छात्र हित में फैसला ले सकें.
अनूप अग्रवाल ने एजेंडे पर जताई आपत्ति
कार्य परिषद सदस्य अनूप अग्रवाल एजेंडे के बिंदुओं पर आपत्ति दर्ज कराई, जिसपर कुलपति ने कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया. उन्होंने बैठक का बहिष्कार कर दिया और 10 पेज की आप त्तियां लिखकर राज्यपाल और कुलपति को भेजी हैं. सदस्य अनूप अग्रवाल का कहना है कि स्विमिंग पूल के नाम पर बैठक में लाखों रुपए का प्रस्ताव पारित करने को रखा गया है, इसी तरह रूसा से 16 करोड़ का फंड मांगा गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि शिक्षकों और प्राचार्य की नियम विरुद्ध भर्तियां की जा रही है.
राज्यपाल को भेजा शिकायती पत्र
अनूप अग्रवाल का कहना है कि वे सोमवार को हुई कार्यपरिषद की बैठक के पास किए गए बिंदुओं को निरस्त कराने की राज्यपाल से मांग करेंगे. उन्होंने कहा कि छात्र हित में कोई भी फैसला नहीं लिया जा रहा है. उनका करोड़ों रुपया बर्बाद किया जा रहा है. वहीं यूजीसी के दिशा निर्देशों की भी अनदेखी की जा रही है. आपत्ति उठाने के बाद भी कुलपति उनके प्रस्ताव पर विचार करने को तैयार नहीं है. जिसके बाद उन्होंने अपना शिकायती आवेदन राज्यपाल के पास भेज दिया है.