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लॉकडाउन से ऑटो चालकों के सामने आर्थिक संकट, ग्वालियर में बड़ा आंदोलन करेगी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी

देशभर में जारी लॉकडाउन के चलते ऑटो चालकों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. इसे लेकर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ग्वालियर में एक बड़ा आंदोलन करने वाली है. पढ़िए पूरी खबर...

Marxist Communist Party will agitate on July 3 in Gwalior
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने किया आंदोलन का ऐलान
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Published : Jun 25, 2020, 11:31 PM IST

ग्वालियर। कोरोना संक्रमण के चलते लगे लॉकडाउन में ऑटो चालकों की हालत बद से बदतर हो गई है. पिछले 3 महीने से वो आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. खास बात यह है कि हाल ही में अनलॉक फेस वन शुरू हुआ है, जिसमें भी ऑटो चालकों को कोई खास राहत नहीं मिल पाई है. ट्रेने आंशिक रूप से चल रही हैं, बसों के की आवाजाही भी पूरी तरह से बंद है. इसके चलते सवारियां भी गिनी-चुनी निकल रही हैं. इसे लेकर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने तीन जुलाई को आंदोलन करने की बात कही है.

लियर में बड़ा आंदोलन करेगी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी
ग्वालियर में करीब 14 हजार से ज्यादा ऑटो चालक हैं. 24 मार्च से शुरू हुए लॉकडाउन में शुरुआत का एक हफ्ता तो जैसे तैसे कट गया, लेकिन बाद में कई ऑटो चालक उधार मांगकर खाने के लिए मजबूर हो गए. वहीं कई लोग तो कर्ज के बोझ में दब गए. अनलॉक फेज वन में मात्र 20 फीसदी ही ऑटो चालक गाड़ी चला रहे हैं. इस बीच उनके वाहनों की फिटनेस फीस बीमा परमिट फीस और गाड़ियों की किस्तें बराबर चल रही हैं.कई फाइनेंस कंपनियों ने ऑटो चालकों से वाहन खींच लिए हैं, इसके चलते अब मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी 3 जुलाई को एक बड़ा आंदोलन करने जा रही है. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की मांग है कि ऑटो चालक के परिवार को 6 महीने तक साढ़े सात हजार रुपए की आर्थिक छह महीने तक दी जाए. वहीं बीमा परमिट फिटनेस आदि की फीस एक साल के लिए माफ की जाए. वहीं जो फाइनेंस गाड़ियां हैं, उनकी किस्तों को 6 महीने आगे बढ़ाया जाए. यदि यह मांगें नहीं मानी जाएंगी, तो 3 जुलाई को कलेक्ट्रेट पर ऑटो चालक प्रदर्शन करेंगे.

ग्वालियर। कोरोना संक्रमण के चलते लगे लॉकडाउन में ऑटो चालकों की हालत बद से बदतर हो गई है. पिछले 3 महीने से वो आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. खास बात यह है कि हाल ही में अनलॉक फेस वन शुरू हुआ है, जिसमें भी ऑटो चालकों को कोई खास राहत नहीं मिल पाई है. ट्रेने आंशिक रूप से चल रही हैं, बसों के की आवाजाही भी पूरी तरह से बंद है. इसके चलते सवारियां भी गिनी-चुनी निकल रही हैं. इसे लेकर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने तीन जुलाई को आंदोलन करने की बात कही है.

लियर में बड़ा आंदोलन करेगी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी
ग्वालियर में करीब 14 हजार से ज्यादा ऑटो चालक हैं. 24 मार्च से शुरू हुए लॉकडाउन में शुरुआत का एक हफ्ता तो जैसे तैसे कट गया, लेकिन बाद में कई ऑटो चालक उधार मांगकर खाने के लिए मजबूर हो गए. वहीं कई लोग तो कर्ज के बोझ में दब गए. अनलॉक फेज वन में मात्र 20 फीसदी ही ऑटो चालक गाड़ी चला रहे हैं. इस बीच उनके वाहनों की फिटनेस फीस बीमा परमिट फीस और गाड़ियों की किस्तें बराबर चल रही हैं.कई फाइनेंस कंपनियों ने ऑटो चालकों से वाहन खींच लिए हैं, इसके चलते अब मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी 3 जुलाई को एक बड़ा आंदोलन करने जा रही है. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की मांग है कि ऑटो चालक के परिवार को 6 महीने तक साढ़े सात हजार रुपए की आर्थिक छह महीने तक दी जाए. वहीं बीमा परमिट फिटनेस आदि की फीस एक साल के लिए माफ की जाए. वहीं जो फाइनेंस गाड़ियां हैं, उनकी किस्तों को 6 महीने आगे बढ़ाया जाए. यदि यह मांगें नहीं मानी जाएंगी, तो 3 जुलाई को कलेक्ट्रेट पर ऑटो चालक प्रदर्शन करेंगे.
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