ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय आयुर्वेद को प्रमोट करने के लिए इस साल यूरोप आयुर्वेदिक अकादमी पेरिस, यूरोप आयुर्वेदिक अकादमी आयरलैंड, मिल्टन प्रिंस कॉलेज ऑफ आयुर्वेदिक लंदन, कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से एमओयू करने जा रहा है.
इस एमओयू के बाद आयुर्वेदिक और उससे जुड़े पंचकर्म, हर्बल और योग जैसी पद्धतियों को इन संस्थानों में प्रमोट किया जाएगा, साथ ही एमओयू के बाद इन सभी विश्वविद्यालयों और संस्थानों मे जीवाजी सेंटर का सेटेलाइट सेंटर भी खोला जाएगा, जिससे जीवाजी विश्वविद्यालय के हेल्थ सेंटर में कई सालों से डायबिटीज की दवा पर चल रही शोध का क्लिनिकल ट्रायल भी किया जा सके.
जीवाजी विश्वविद्यालय प्रबंधन ने इसके लिए फॉर्मेट तैयार कर लिया है. साथ ही पेरिस, आयरलैंड और लंदन से एमओयू करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. इन एमओयू के तहत जीवाजी विश्वविद्यालय में आयुर्वेदिक और उसकी पद्धति से संबंधित कुछ कम समय के डिप्लोमा और सर्टिफिकेट शुरू किए जाएंगे ताकि आयुर्वेदिक को लेकर गहन अध्ययन किया जा सके.