ग्वालियर। लॉकडाउन में लगातार देश के कोरोना वॉरियर्स अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं. साथ ही लोगों को घरों में सुरक्षित रहने की अपील कर रहे हैं. जिसे देखते हुए ग्वालियर जिले में रहने वाली 15 वर्षीय मनस्वी शर्मा ने कोरोना योद्धाओं का मनोबल बढ़ाने के लिए रामधारी दिनकर की कविता को गाकर सोशल मीडिया में शेयर किया है. जनसंपर्क आयुक्त पी नरहरि ने ट्वीट कर मनस्वी की इस कवित की तारीफ की है.
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इस विपत्ति के क्षण में डबरा (ग्वालियर) की बेटी मनस्वी शर्मा, श्री रामधारी सिंह दिनकर की इस कविता से उत्साह बढ़ाते हुए
— P Narahari IAS (@pnarahari) April 29, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
है कौन विघ्न ऐसा जग में,
टिक सके आदमी के मग में?
खम ठोक ठेलता है जब नर,
पर्वत के जाते पाँव उखड़,#IndiaFightsCoronavirus #MPFightsCorona pic.twitter.com/PKRvb29xLH
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— P Narahari IAS (@pnarahari) April 29, 2020
है कौन विघ्न ऐसा जग में,
टिक सके आदमी के मग में?
खम ठोक ठेलता है जब नर,
पर्वत के जाते पाँव उखड़,#IndiaFightsCoronavirus #MPFightsCorona pic.twitter.com/PKRvb29xLHइस विपत्ति के क्षण में डबरा (ग्वालियर) की बेटी मनस्वी शर्मा, श्री रामधारी सिंह दिनकर की इस कविता से उत्साह बढ़ाते हुए
— P Narahari IAS (@pnarahari) April 29, 2020
है कौन विघ्न ऐसा जग में,
टिक सके आदमी के मग में?
खम ठोक ठेलता है जब नर,
पर्वत के जाते पाँव उखड़,#IndiaFightsCoronavirus #MPFightsCorona pic.twitter.com/PKRvb29xLH
जनसंपर्क आयुक्त पी नरहरि ने मनस्वी से कहा है कि, इस विषम परिस्थितियों में इस कविता को पढ़कर कोरोना फाइटरों में जोश भरने का काम किया है. बता दें कि, मनस्वी डबरा नगर में रहने वाले शिक्षक आशीष शर्मा की बेटी हैं, जो आए दिन इस तरह की कविताओं का व्याख्यान कर नव युवाओं में जोश भरने का काम करती हैं. मनस्वी को ये प्रेरणा अपने शिक्षक पिता आशीष शर्मा से मिली है.