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'भैया जी का अड्डा': समधी-समधन के बीच मुकाबले में किसकी होगी जीत, क्या चाहता है डबरा का वोटर - डबरा विधानसभा क्षेत्र में भैया जी का अड्डा

ईटीवी भारत का खास प्रोग्राम 'भैया जी का अड्डा' हर विधानसभा क्षेत्र में पहुंचकर मतदाताओं के मन की बात जानने की कोशिश कर रहा है. इसी कड़ी में ईटीवी भारत ग्वालियर के डबरा विधानसभा क्षेत्र पहुंचा और मतदाताओं से चुनावी मुद्दों के बारे में चर्चा की.

bhaiyaajee ka adda
भैयाजी का अड्डा
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Published : Oct 22, 2020, 10:22 PM IST

Updated : Oct 25, 2020, 7:01 AM IST

ग्वालियर। प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों में से ग्वालियर जिले की डबरा विधानसभा सीट सबसे हॉट सीट मानी जा रही है. इसके लिए 3 नवंबर को मतदाता होना है. मतदान से पहले मतदाताओं को लुभाने के लिए राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. अपनी-अपनी सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से जनता को फायदा पहुंचाने के दावे-वादे कर रहे हैं. ईटीवी भारत की टीम भी डबरा विधानसभा क्षेत्र पहुंची और चुनावी मुद्दों पर की यहां की जनता से बात.

डबरा विधानसभा क्षेत्र में 'भैया जी का अड्डा'

समधी-समधिन के बीच मुकाबला
डबरा विधानसभा सीट में समधी और समधिन के बीच मुकाबला है. यह दोनों समधी और समधिन अबकी बार दल बदलकर मैदान में आए हैं. बीजेपी छोड़कर आये सुरेश राजे अबकी बार कांग्रेस के उम्मीदवार हैं, तो ज्योतिरादित्य सिंधिया की बेहद करीबी इमरती देवी को कमल का फूल खिलाने के लिए बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है.

बीजेपी में शामिल होने पर घिर रही हैं इमरती देवी
यहां पर मुकाबला बेहद दिलचस्प है क्योंकि, दोनों ही उम्मीदवार के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही है. यही वजह है कि हर बार पूरे प्रदेश में रिकॉर्ड तोड़ वोटों से जीतने वाली मंत्री इमरती देवी भी संकट में दिखाई दे रही है. इसकी सबसे बड़ी वजह है कि कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आने के बाद जनता के जरिए उन पर करोड़ों रुपए लेने का आरोप लग रहे हैं.

विधानसभा क्षेत्र में नहीं होता विकास
डबरा विधानसभा क्षेत्र में ईटीवी भारत की खास प्रोग्राम "भैया जी का अड्डा" में पहुंची यहां की जनता ने बीजेपी प्रत्याशी इमरती देवी से नाराजगी जाहिर की. डबरा की जनता का कहना है कि यहां पर सिर्फ घोषणा होती है, लेकिन कभी भी पूरी नहीं होती है. बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों पार्टियां अपने फायदे के लिए चुनावी मैदान में हैं और इसमें जनता का भला कभी नहीं हो सकता है.

जनता की मजबूरी वोट देना
जनता का कहना है, यहां पर हर बार चुनावों में करोड़ों रुपए के वादे किए जाते हैं, लेकिन अभी तक पूरे नहीं हुए हैं और ना ही जनता का इसमें कभी भी फायदा हुआ है. पार्टी और यहां के प्रत्याशी अपना घर भरने के लिए सिर्फ चुनावी मैदान में आते हैं, लेकिन जनता की मजबूरी है क्योंकि, वोट देना लोकतांत्रिक प्रक्रिया है.

नरोत्तम मिश्रा रह चुके हैं डबरा से विधायक
बता दें मंत्री इमरती देवी भले ही तीन बार से यहां पर विधायक हैं, लेकिन इससे पहले गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा इस सीट से दो बार विधायक चुने गए हैं, लेकिन यहां पर कई ऐसी मूलभूत समस्या है, जिससे आज भी यहां की जनता जूझ रही है. डबरा विधानसभा में सबसे ज्यादा सिंध नदी से रेत का अवैध उत्खनन होता है. वहीं काला पत्थर का भी लगातार अवैध उत्खनन हो रहा है.

मूलभूत सुविधाओं के लिए मोहताज डबरा की जनता
डबरा विधानसभा में कोई बड़ा अस्पताल नहीं है. बड़ी बीमारी के लिए डबरा विधानसभा की जनता ग्वालियर जाती है. साथ ही पानी की विकराल समस्या है, पानी यहां के लोगों को खरीदना पड़ता है. डबरा में एक शुगर मिल हुआ करती थी वह भी बंद पड़ा है. लाखों रुपए का किसानों का पैसा अटका पड़ा हुआ है, लेकिन हर बार जब भी चुनाव होते हैं तो उसे चालू करने के लिए पार्टी वादा करती है लेकिन अभी तक चालू नहीं हो पाई है.

ग्वालियर। प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों में से ग्वालियर जिले की डबरा विधानसभा सीट सबसे हॉट सीट मानी जा रही है. इसके लिए 3 नवंबर को मतदाता होना है. मतदान से पहले मतदाताओं को लुभाने के लिए राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. अपनी-अपनी सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से जनता को फायदा पहुंचाने के दावे-वादे कर रहे हैं. ईटीवी भारत की टीम भी डबरा विधानसभा क्षेत्र पहुंची और चुनावी मुद्दों पर की यहां की जनता से बात.

डबरा विधानसभा क्षेत्र में 'भैया जी का अड्डा'

समधी-समधिन के बीच मुकाबला
डबरा विधानसभा सीट में समधी और समधिन के बीच मुकाबला है. यह दोनों समधी और समधिन अबकी बार दल बदलकर मैदान में आए हैं. बीजेपी छोड़कर आये सुरेश राजे अबकी बार कांग्रेस के उम्मीदवार हैं, तो ज्योतिरादित्य सिंधिया की बेहद करीबी इमरती देवी को कमल का फूल खिलाने के लिए बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है.

बीजेपी में शामिल होने पर घिर रही हैं इमरती देवी
यहां पर मुकाबला बेहद दिलचस्प है क्योंकि, दोनों ही उम्मीदवार के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही है. यही वजह है कि हर बार पूरे प्रदेश में रिकॉर्ड तोड़ वोटों से जीतने वाली मंत्री इमरती देवी भी संकट में दिखाई दे रही है. इसकी सबसे बड़ी वजह है कि कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आने के बाद जनता के जरिए उन पर करोड़ों रुपए लेने का आरोप लग रहे हैं.

विधानसभा क्षेत्र में नहीं होता विकास
डबरा विधानसभा क्षेत्र में ईटीवी भारत की खास प्रोग्राम "भैया जी का अड्डा" में पहुंची यहां की जनता ने बीजेपी प्रत्याशी इमरती देवी से नाराजगी जाहिर की. डबरा की जनता का कहना है कि यहां पर सिर्फ घोषणा होती है, लेकिन कभी भी पूरी नहीं होती है. बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों पार्टियां अपने फायदे के लिए चुनावी मैदान में हैं और इसमें जनता का भला कभी नहीं हो सकता है.

जनता की मजबूरी वोट देना
जनता का कहना है, यहां पर हर बार चुनावों में करोड़ों रुपए के वादे किए जाते हैं, लेकिन अभी तक पूरे नहीं हुए हैं और ना ही जनता का इसमें कभी भी फायदा हुआ है. पार्टी और यहां के प्रत्याशी अपना घर भरने के लिए सिर्फ चुनावी मैदान में आते हैं, लेकिन जनता की मजबूरी है क्योंकि, वोट देना लोकतांत्रिक प्रक्रिया है.

नरोत्तम मिश्रा रह चुके हैं डबरा से विधायक
बता दें मंत्री इमरती देवी भले ही तीन बार से यहां पर विधायक हैं, लेकिन इससे पहले गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा इस सीट से दो बार विधायक चुने गए हैं, लेकिन यहां पर कई ऐसी मूलभूत समस्या है, जिससे आज भी यहां की जनता जूझ रही है. डबरा विधानसभा में सबसे ज्यादा सिंध नदी से रेत का अवैध उत्खनन होता है. वहीं काला पत्थर का भी लगातार अवैध उत्खनन हो रहा है.

मूलभूत सुविधाओं के लिए मोहताज डबरा की जनता
डबरा विधानसभा में कोई बड़ा अस्पताल नहीं है. बड़ी बीमारी के लिए डबरा विधानसभा की जनता ग्वालियर जाती है. साथ ही पानी की विकराल समस्या है, पानी यहां के लोगों को खरीदना पड़ता है. डबरा में एक शुगर मिल हुआ करती थी वह भी बंद पड़ा है. लाखों रुपए का किसानों का पैसा अटका पड़ा हुआ है, लेकिन हर बार जब भी चुनाव होते हैं तो उसे चालू करने के लिए पार्टी वादा करती है लेकिन अभी तक चालू नहीं हो पाई है.

Last Updated : Oct 25, 2020, 7:01 AM IST
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