ETV Bharat / state

विरोधियों से संपर्क साधने में जुटे सिंधिया, क्या हैं इसके मायने ?

ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर चंबल- अंचल के दौरे पर हैं. इस दौरान सिंधिया भिंड के लहार भी पहुंचे. जहां उन्होंने दिग्विजय सिंह समर्थक माने जाने वाले मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह के घर जाकर खाना खाया.

author img

By

Published : Oct 11, 2019, 8:32 PM IST

Updated : Oct 11, 2019, 9:58 PM IST

विरोधियों से संपर्क में ज्योतिरादित्य सिंधिया

ग्वालियर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के प्रबल दावेदार पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राज्य में नया सियासी दांव अपनाना शुरू कर दिया है. परस्पर विरोधी माने जाने वाले अपनी पार्टी के नेताओं और उनके समर्थकों से नजदीकियां बढ़ाने से परहेज नहीं कर रहे हैं. किसी के घर पहुंचकर लंच डिनर कर रहे हैं तो, किसी से दिल्ली में मुलाकात कर रहे हैं.

विरोधियों से संपर्क में ज्योतिरादित्य सिंधिया

सिंधिया ग्वालियर चंबल अंचल के दौरे पर हैं. इस दौरान सिंधिया भिंड के लहार भी पहुंचे. जहां दिग्विजय सिंह समर्थक माने जाने वाले मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह के घर जाकर खाना खाया. इसके साथ ही कुछ दिन पहले कमलनाथ ने अपेक्स बैंक के चेयरमैन के तौर पर ग्वालियर के अशोक सिंह की नियुक्ति की है, जो दिग्विजय सिंह समर्थक माने जाते हैं. लेकिन उनकी नियुक्ति के लिए जब सभी गुटों से आम सहमति बनाने की बात आई, तो सिंधिया ने भी उनकी नियुक्ति पर सहमति जताई थी.

सिंधिया का सियासी दांव हाल ही के दौरे में देखने को मिला है. इंदौर में मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव के पहले में अपने समर्थक नेताओं के घर जाने के बजाय बीजेपी सांसद पंकज संघवी घर गए. किसी के घर सुबह का खाना खाया, तो किसी के घर नाश्ता किया. हालांकि इस तरह की बातों को कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह पूरी तरीके से नकार रहे हैं. उनका कहना है कि कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है. सिंधिया कांग्रेस के सर्वमान्य नेता हैं. वह जब चाहे जिसे चाहे मिल सकते हैं.

वहीं बीजेपी प्रवक्ता आशीष अग्रवाल का कहना है कि, 'सिंधिया लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद अपनी जमीन तलाश रहे हैं. लेकिन वह जिन लोगों को साधने की कोशिश कर रहे हैं. उनके लिए आस्तीन में सांप की तरह साबित होंगे'. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी से एकजुटता की उम्मीद नहीं की जा सकती है कि पार्टी में राष्ट्रवाद और पार्टीवाद से ऊपर व्यक्तिगत है, तो उसमें एकजुटता कैसे होगी.

ग्वालियर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के प्रबल दावेदार पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राज्य में नया सियासी दांव अपनाना शुरू कर दिया है. परस्पर विरोधी माने जाने वाले अपनी पार्टी के नेताओं और उनके समर्थकों से नजदीकियां बढ़ाने से परहेज नहीं कर रहे हैं. किसी के घर पहुंचकर लंच डिनर कर रहे हैं तो, किसी से दिल्ली में मुलाकात कर रहे हैं.

विरोधियों से संपर्क में ज्योतिरादित्य सिंधिया

सिंधिया ग्वालियर चंबल अंचल के दौरे पर हैं. इस दौरान सिंधिया भिंड के लहार भी पहुंचे. जहां दिग्विजय सिंह समर्थक माने जाने वाले मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह के घर जाकर खाना खाया. इसके साथ ही कुछ दिन पहले कमलनाथ ने अपेक्स बैंक के चेयरमैन के तौर पर ग्वालियर के अशोक सिंह की नियुक्ति की है, जो दिग्विजय सिंह समर्थक माने जाते हैं. लेकिन उनकी नियुक्ति के लिए जब सभी गुटों से आम सहमति बनाने की बात आई, तो सिंधिया ने भी उनकी नियुक्ति पर सहमति जताई थी.

सिंधिया का सियासी दांव हाल ही के दौरे में देखने को मिला है. इंदौर में मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव के पहले में अपने समर्थक नेताओं के घर जाने के बजाय बीजेपी सांसद पंकज संघवी घर गए. किसी के घर सुबह का खाना खाया, तो किसी के घर नाश्ता किया. हालांकि इस तरह की बातों को कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह पूरी तरीके से नकार रहे हैं. उनका कहना है कि कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है. सिंधिया कांग्रेस के सर्वमान्य नेता हैं. वह जब चाहे जिसे चाहे मिल सकते हैं.

वहीं बीजेपी प्रवक्ता आशीष अग्रवाल का कहना है कि, 'सिंधिया लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद अपनी जमीन तलाश रहे हैं. लेकिन वह जिन लोगों को साधने की कोशिश कर रहे हैं. उनके लिए आस्तीन में सांप की तरह साबित होंगे'. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी से एकजुटता की उम्मीद नहीं की जा सकती है कि पार्टी में राष्ट्रवाद और पार्टीवाद से ऊपर व्यक्तिगत है, तो उसमें एकजुटता कैसे होगी.

Intro:ग्वालियर- प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के प्रबल दावेदार पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने और राज्य में नया सियासी दांव अपनाना शुरू कर दिया है। परस्पर विरोधी माने जाने वाले अपनी पार्टी के नेताओं और उनके समर्थकों से नजदीकियां बढ़ाने से गुरेज नहीं कर रहे हैं किसी के घर पहुंचकर लंच डिनर कर रहे हैं तो किसी से दिल्ली में मुलाकात कर रहे हैं। यही नहीं उन्होंने अपने आप को सभी गुटों में मान्यवर आने के लिए कमलनाथ सरकार के फैसलों में दूसरी गुटों के लोगों के अड़ंगा लगाने के बजाय सहमति देने की रणनीति पर अमल शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ की प्रदेश में सरकार बनने के बाद कई बार अध्यक्ष से मुक्त होने की पेशकश की जिससे नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर राज्य में सियासी दांवपेच शुरू हो गये। प्रदेश कांग्रेस में मुख्यमंत्री कमलनाथ की स्थिति की पेशकश के बाद कई नाम सामने आने लगे। सिंधिया को पीसीसी चीफ की कमान दिए जाने को लेकर उनके समर्थक मंत्री कई बार खुले मंच से अपनी इच्छा जाहिर कर चुके हैं।


Body:सिंधिया का सियासी दांव हाल ही के दौरे में देखने को मिला है इंदौर में मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव के पहले में अपने समर्थक नेताओं की बजाय विधायक संजय शुक्ला पंकज संघवी आदि के घर जरूर गई किसी के घर सुबह का खाना खाया तो किसी के घर नाश्ता किया । अभी ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर चंबल अंचल के दौरे पर हैं।इस दौरान सिंधिया भिंड के लहार भी पहुंचे। जहां दिग्विजय सिंह समर्थक माने जाने वाले मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह जो के प्रदेश सरकार में सहकारिता मंत्री भी है उनके घर जाकर खाना खाया इसके साथ ही कुछ दिन पहले कमलनाथ ने अपेक्स बैंक के चेयरमैन के तौर पर ग्वालियर के अशोक सिंह की नियुक्ति की है राजनीतिक जानकार बताते हैं। कि अशोक सिंह दिग्विजय सिंह समर्थक माने जाते हैं। लेकिन उनकी नियुक्ति के लिए जब सभी गुटों से आम सहमति बनाने की बात आई तो सिंधिया ने भी उनकी नियुक्ति पर सहमति जताई थी।


Conclusion:हालांकि इस तरह की बातों को कांग्रेस प्रवक्ता आर पी सिंह पूरी तरीके से नकार रहे हैं। वह कह रहे हैं कि कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है सिंधिया कांग्रेस के सर्वमान्य नेता है वह जब चाहे जिसे चाहे मिल सकते है। यह तो भाजपा मनगढ़ंत अफवाह फैला रही हैं। किस इंडिया सभी गुटों को साधने में लगी हुई है वहीं बीजेपी प्रवक्ता आशीष अग्रवाल का कहना है कि सिंधिया जी लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद अपनी जमीन तलाश रहे हैं लेकिन वह जिन लोगों को साधने की कोशिश कर रहे हैं उनके लिए आस्तीन में सांप की तरह साबित होंगे।इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी से एकजुटता की उम्मीद नहीं की जा सकती है कि पार्टी में राष्ट्रवाद और पार्टीवाद से ऊपर व्यक्तिगत है तो उसमें कैसे एकजुटता होगी।

बाइट- आर पी सिंह, प्रदेश प्रवक्ता कांग्रेस

बाइट - आशीष अग्रवाल, प्रवक्ता बीजेपी
Last Updated : Oct 11, 2019, 9:58 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.