ग्वालियर। जिले में करीब एक महीने पहले शहर के महाराजपुरा इलाके में इंदौर के पांच पत्रकारों ने एक शेयर ब्रोकर को ब्लैकमेल करने के मामले में नया मोड़ आ गया है, अब एक पत्रकार के वकील ने पुलिस और एसटीएफ पर आरोप लगाया है कि उन्होंने इस मामले को रफा दफा करने के लिए 20 लाख रुपये की वसूली की थी.
ये है पूरा मामला
महाराजपुरा पुलिस ने 12 नवंबर को एक शेयर ब्रोकर सूरज कुमार की शिकायत पर इंदौर के पांच युवको को गिरफ्तार किया था, जो अपने आप को विभिन्न न्यूज़ चैनल और पोर्टल का पत्रकार बता कर 50 हजार रुपये की मांग कर रहे थे. इसकी सूचना सूरज कुमार ने महाराजपुरा पुलिस को दी थी, जो महाराजपुरा पुलिस ने इन पत्रकारों को गिरफ्तार किया था और उनके पास से विभिन्न न्यूज़ चैनल के आईडी कार्ड, विजिटिंग कार्ड आदि बरामद किए थे. लेकिन इस मामले में नया मोड़ तब आ गया, जब जेल से छूटे एक पत्रकार भगवान बसंत ने अपने वकील के माध्यम से पत्रकार वार्ता किया. जैसे ही आयोजन की भनक सूरज कुमार को मिली और उसने मौके पर पहुंचकर हंगामा कर दिया.
सूरज कुमार की दलील
सूरज कुमार का कहना है कि, इन लोगों ने पहले उसे ब्लैकमेल किया अब दबाव बनाने के लिए नई कहानी गढ़ी जा रही है, भगवान बसंत और उसके साथियों ने उनके जैसे ही कई लोगों को झूठा बदनाम करने और ब्लैकमेल करके ठगा है. शेयर कारोबारी के इस तरह से प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच पहुंच जाने से तनाव की स्थिति पैदा हो गई, लेकिन कुछ लोगों ने शेयर ब्रोकर को वहां से उसकी बात सुनने के बाद रवाना कर दिया.