ग्वालियर। जीवाजी यूनिवर्सिटी के लिए अंक सूची तैयार करने वाली कंपनी ने अंचल के कई कॉलेजों के रिजल्ट ही गायब कर दिए हैं. 300 से अधिक परिणामों को टेबुलेशन चार्ट गोपनीय विभाग के पास नहीं पहुंचे हैं और रिकॉर्ड न मिलने से अंकसूची में सुधार नहीं हो पा रहा है.
परीक्षा नियंत्रक को सचिव, कुलसचिव, और कुलपति सहित कार्यपरिषद सदस्यों की अनदेखी ने जीवाजी विश्वविद्यालय से संबद्ध 450 से अधिक कॉलेजों में पढ़ने वाले लगभग 80 हजार छात्रों के भविष्य पर सवालिया निशान लगा दिया है. स्थिति यह है कि जनवरी से लगातार परेशान हो रहे छात्रों के भविष्य को संभालने की वजह सिर्फ कंपनी को चेतावनी और दिशानिर्देश दिए जाने तक ही सीमित रह गए हैं.
विश्वविद्यालय द्वारा कंपनी के माध्यम से जो परिणाम घोषित किए हैं उनमें से बीएससी, बीकॉम और बीए के परिणामों में सबसे ज्यादा गड़बड़ियां निकल रही है. छात्र इन गड़बड़ियों को ठीक कराने के लिए लगातार यूनिवर्सिटी के चक्कर काट रहे हैं. यूनिवर्सिटी प्रबंधन का कहना है कि कंपनी को जल्द टैबूलेशन चार्ट उपलब्ध कराने के लिए नोटिस दे दिया गया है. जल्द ही चार्ट गोपनीय विभाग के पास आ जाएगा, जिसके बाद जिन छात्रों के अंको में गड़बड़ियां हैं उन्हें ठीक कर अंकसूची दे दी जाएंगी.