ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय के परीक्षा भवन में अगले सत्र से उन नकलची छात्रों को अपनी करतूत में सफलता नहीं मिलेगी, जो नकल करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं. परीक्षा भवन प्रभारी ने विश्वविद्यालय प्रबंधन को एक प्रस्ताव बनाकर भेजा है, जिसमें परीक्षा भवन में एग्जाम के दौरान जैमर को सक्रिय करने की अनुशंसा की गई है.
पिछले 2 साल के अंदर जीवाजी विश्वविद्यालय के परीक्षा भवन में आयोजित होने वाली विभिन्न परीक्षाओं के दौरान दर्जनभर ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जब छात्र-छात्राओं को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के जरिए नकल करते पकड़ा गया है. इसमें मोबाइल, ब्लूटूथ और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण शामिल हैं.
इस समस्या से निजात पाने के लिए परीक्षा भवन प्रभारी ने प्रबंधन को पत्र लिखकर भवन के ऊपर जैमर लगाए जाने की अनुशंसा की है. उनका मानना है कि यह जैमर परीक्षा के दौरान किसी भी तरह की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को निष्क्रिय करने में मददगार होगा. जीवाजी विश्वविद्यालय के परीक्षा भवन में साल भर किसी न किसी परीक्षा को आयोजित कराया जाता है.
हाल ही में यहां जीएनएम की परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें एक छात्र को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ नकल करते पकड़ा गया था. यदि प्रस्ताव को कार्यपरिषद से मंजूरी मिल गई, तो छात्रों के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के जरिए नकल करने के मंसूबों पर पानी फिर जाएगा.