ग्वालियर। शिक्षा के प्रति बढ़ावा देने, शिशु लिंगानुपात में बढ़ोत्तरी और लड़कियों के प्रति परिवार और समाज में सम्मान की भावना विकसित करने के लिए, महिला एवं बाल विकास विभाग शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में गणेश-दुर्गा उत्सव के दौरान लगने वाले पडालों में लड़कियों के प्रति सकारात्मक सोच विकसित करने वाले संदेशों के साथ ही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के संदेश झांकियों में प्रसारित करने के लिए कहा जाएगा, साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों के जरिए पंडालों में पोषण आहार दिया जाएगा, जिसका नाम पोषण प्रसाद होगा.
दुर्गा-गणेश पंडालों में दिखेंगे बेटी बचाने वाले संदेश, भक्तों को मिलेगा पोषण प्रसाद
ग्वालियर में शिशु लिंगानुपात में बढ़ोत्तरी के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग अब धार्मिक आयोजनों का सहारा लेगा और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसे संदेशों को पंडालों व चल झांकियों में प्रसारित किया जायेगा.
ग्वालियर। शिक्षा के प्रति बढ़ावा देने, शिशु लिंगानुपात में बढ़ोत्तरी और लड़कियों के प्रति परिवार और समाज में सम्मान की भावना विकसित करने के लिए, महिला एवं बाल विकास विभाग शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में गणेश-दुर्गा उत्सव के दौरान लगने वाले पडालों में लड़कियों के प्रति सकारात्मक सोच विकसित करने वाले संदेशों के साथ ही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के संदेश झांकियों में प्रसारित करने के लिए कहा जाएगा, साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों के जरिए पंडालों में पोषण आहार दिया जाएगा, जिसका नाम पोषण प्रसाद होगा.
Body:दरअसल महिला बाल विकास के अधिकारियों के द्वारा नवाचार के अंतर्गत शहरी और कस्बाई क्षेत्रों में होने वाले गणपति उत्सव नवरात्रि उत्सव सहित धार्मिक आयोजन जहां किशोर उम्र के लड़के युवा ज्यादा इकट्ठे होते हैं उन सभी को बालिकाओं के प्रति सकारात्मक भाव और सम्मान की सोच विकसित करने वाले संदेशों के साथ ही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के संदेश संचालन ग्रुप में प्रसारित करने के लिए कहा जाएगा साथ ही पोषण आहार को लेकर भी आंगनबाडीयो से इन पंडालों पर लोगो को दिया जाएगा जिसका नाम पोषण प्रशाद का नाम दिया गया है। वही शहर के प्रत्येक पंडाल आयोजकों की सूची पुलिस थाना स्तर पर अपडेट होती है इस सूची में उल्लेखित मुख्य आयोजकों के उत्सव संचालन के लिए बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप में बालिका शिक्षा और बालिका सम्मान के संदेश भी प्रसारित करने के निर्देश दिए जाएंगे थाना स्तर से सभी आयोजकों के संदेश प्रसारित करने के लिए निर्देश दिए जाएंगे शहर और जिले के हजारों पंडालों के जरिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ आसानी से हर व्यक्ति तक पहुंच सकेगा इसके साथ ही समाजशास्त्र समाज कार्य जैसे विषयों में डिग्री कर रहे स्नातक और परास्नातक छात्र छात्राओं से सामाजिक सर्वे भी कराया जाएगा इस सर्वे से मिले फीडबैक के आधार पर बालिका शिक्षा और शिशु लिंगानुपात के लिए प्रभावी कार्य योजना लागू करने के लिए पूरा एक्शन प्लान तैयार होगा।
Conclusion:बाइट- राजीव कुमार- जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास