ग्वालियर। शहर की विख्यात समाज सेविका रश्मि पुरोहित का पिछले दिनों कोरोना संक्रमण के चलते निधन हो गया. शुक्रवार को उनकी त्रयोदशी थी, लेकिन उनके परिवार और पति ने समाज सेविका के विचारों का सम्मान करते हुए ऐसे गरीब परिवारों को खाद्यान्न वितरण किया, जो इस कोरोना संक्रमण काल में अपने घरों में कैद हैं और मजदूरी नहीं कर पा रहे हैं.
दरअसल, प्रख्यात समाजसेवी रश्मि पुरोहित दहेज और त्रयोदशी जैसे फिजूल खर्च के कार्यक्रमों का हमेशा विरोध करती रहीं. इसीलिए उनके पति संदीप पुरोहित ने अपनी पत्नी के विचारों को सम्मान दिया. उन्होंने गरीब और निर्धन बस्ती सिंधिया नगर में जाकर ऐसे बच्चों और उनके अभिभावकों को चयनित किया जो अपने बच्चों को नियमित रूप से रिटायर्ड शिक्षाविदों द्वारा ली जाने वाली क्लास में भेजते हैं. ऐसे 100 परिवारों को उन्होंने खाद्यान्न की किट देकर कुछ राहत पहुंचाने का काम किया है.
जरूरतमंदों को वितरित किया खाद्यान्न
बता दें कि ग्वालियर में कोरोना संक्रमण के चलते कर्फ्यू लगा हुआ है. गरीब परिवार और मेहनतकश लोग घरों में ही कैद रहने के लिए मजबूर हैं. उनके पास आय का कोई स्रोत नहीं बचा है. कई बार परिवार के सामने खाद्यान्न का भी संकट आ जाता है. पुरोहित परिवार और कुछ शिक्षाविदों ने गरीब मलिन बस्ती में जाकर जरूरतमंदों को खाद्यान्न वितरित किया. उनका मानना है कि त्रयोदशी में आडंबर करके लाखों रुपए बर्बाद करने से अच्छा है कि गरीब जरूरतमंद लोगों को कुछ राहत पहुंचाई जाए.