ETV Bharat / state

समाज सेविका पत्नी के निधन पर पति ने बच्चों और गरीब परिवारों में बांटा खाद्यान्न

समाज सेविका रश्मि पुरोहित का बीते दिनों कोरोना संक्रमण के चलते निधन हो गया. परिजनों ने उनकी त्रयोदशी कार्यक्रम न करते हुए गरीब परिवारों को खाद्यान्न वितरण किया. पुरोहित ने भी अपने जीते जी ऐसे ही लोगों के लिए जीवन खपाया था.

खाद्यान्न वितरण
खाद्यान्न वितरण
author img

By

Published : Apr 30, 2021, 10:52 PM IST

ग्वालियर। शहर की विख्यात समाज सेविका रश्मि पुरोहित का पिछले दिनों कोरोना संक्रमण के चलते निधन हो गया. शुक्रवार को उनकी त्रयोदशी थी, लेकिन उनके परिवार और पति ने समाज सेविका के विचारों का सम्मान करते हुए ऐसे गरीब परिवारों को खाद्यान्न वितरण किया, जो इस कोरोना संक्रमण काल में अपने घरों में कैद हैं और मजदूरी नहीं कर पा रहे हैं.

खाद्यान्न वितरण करते हुए
फिजूल खर्च के कार्यक्रमों का करती थीं विरोध
दरअसल, प्रख्यात समाजसेवी रश्मि पुरोहित दहेज और त्रयोदशी जैसे फिजूल खर्च के कार्यक्रमों का हमेशा विरोध करती रहीं. इसीलिए उनके पति संदीप पुरोहित ने अपनी पत्नी के विचारों को सम्मान दिया. उन्होंने गरीब और निर्धन बस्ती सिंधिया नगर में जाकर ऐसे बच्चों और उनके अभिभावकों को चयनित किया जो अपने बच्चों को नियमित रूप से रिटायर्ड शिक्षाविदों द्वारा ली जाने वाली क्लास में भेजते हैं. ऐसे 100 परिवारों को उन्होंने खाद्यान्न की किट देकर कुछ राहत पहुंचाने का काम किया है.


जरूरतमंदों को वितरित किया खाद्यान्न


बता दें कि ग्वालियर में कोरोना संक्रमण के चलते कर्फ्यू लगा हुआ है. गरीब परिवार और मेहनतकश लोग घरों में ही कैद रहने के लिए मजबूर हैं. उनके पास आय का कोई स्रोत नहीं बचा है. कई बार परिवार के सामने खाद्यान्न का भी संकट आ जाता है. पुरोहित परिवार और कुछ शिक्षाविदों ने गरीब मलिन बस्ती में जाकर जरूरतमंदों को खाद्यान्न वितरित किया. उनका मानना है कि त्रयोदशी में आडंबर करके लाखों रुपए बर्बाद करने से अच्छा है कि गरीब जरूरतमंद लोगों को कुछ राहत पहुंचाई जाए.

ग्वालियर। शहर की विख्यात समाज सेविका रश्मि पुरोहित का पिछले दिनों कोरोना संक्रमण के चलते निधन हो गया. शुक्रवार को उनकी त्रयोदशी थी, लेकिन उनके परिवार और पति ने समाज सेविका के विचारों का सम्मान करते हुए ऐसे गरीब परिवारों को खाद्यान्न वितरण किया, जो इस कोरोना संक्रमण काल में अपने घरों में कैद हैं और मजदूरी नहीं कर पा रहे हैं.

खाद्यान्न वितरण करते हुए
फिजूल खर्च के कार्यक्रमों का करती थीं विरोध
दरअसल, प्रख्यात समाजसेवी रश्मि पुरोहित दहेज और त्रयोदशी जैसे फिजूल खर्च के कार्यक्रमों का हमेशा विरोध करती रहीं. इसीलिए उनके पति संदीप पुरोहित ने अपनी पत्नी के विचारों को सम्मान दिया. उन्होंने गरीब और निर्धन बस्ती सिंधिया नगर में जाकर ऐसे बच्चों और उनके अभिभावकों को चयनित किया जो अपने बच्चों को नियमित रूप से रिटायर्ड शिक्षाविदों द्वारा ली जाने वाली क्लास में भेजते हैं. ऐसे 100 परिवारों को उन्होंने खाद्यान्न की किट देकर कुछ राहत पहुंचाने का काम किया है.


जरूरतमंदों को वितरित किया खाद्यान्न


बता दें कि ग्वालियर में कोरोना संक्रमण के चलते कर्फ्यू लगा हुआ है. गरीब परिवार और मेहनतकश लोग घरों में ही कैद रहने के लिए मजबूर हैं. उनके पास आय का कोई स्रोत नहीं बचा है. कई बार परिवार के सामने खाद्यान्न का भी संकट आ जाता है. पुरोहित परिवार और कुछ शिक्षाविदों ने गरीब मलिन बस्ती में जाकर जरूरतमंदों को खाद्यान्न वितरित किया. उनका मानना है कि त्रयोदशी में आडंबर करके लाखों रुपए बर्बाद करने से अच्छा है कि गरीब जरूरतमंद लोगों को कुछ राहत पहुंचाई जाए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.