ग्वालियर। जिले में कोरोना काल के दौरान स्वास्थ्य विभाग ने न सिर्फ कोरोना संक्रमण से बचाव और ट्रीटमेंट के लिए बेहतर काम किया. बल्कि इस दौरान पैदा होने वाले बच्चों की जिंदगी बचाने में भी काफी हद तक सफल रहा. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार कोरोना काल के दौरान अप्रैल 2020 से लेकर जनवरी 2021 तक ग्वालियर जिले में कुल 28 हजार 911 बच्चे पैदा हुए, जिनमें से सिर्फ 968 शिशुओं की मृत्यु हुई और 28 हजार 443 शिशु जीवित रहे. जिले में 0 से 10 वर्ष के आयु वर्ग में सिर्फ एक शिशु की मृत्यु दर्ज की गई. लेकिन एक बार फिर से जिला स्वास्थ्य विभाग को इस चुनौती लेने के लिए तैयार रहना होगा. क्योंकि जिले में फिर से कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो चुकी है.
- दूसरी लहर की चुनौती
कोराना काल में मई 2020 से ही स्वास्थ्य विभाग ने गर्भवती महिलाओं को लेकर काम करना शुरू कर दिया था. लेकिन इस पूरे मामले में महिला बाल विकास की लापरवाही भी सामने आई, क्योंकि गर्भवती महिलाओं को पोषण आहार उपलब्ध कराने के मामले में विभाग नाकाम रहा. ग्वालियर में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को पहले जैसी तैयारियां करना पड़ेगी. चौकी ग्वालियर जिले में लगातार कोरोना का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है और पिछले 10 दिनों में आंकड़ा 3 गुना हो चुका है.
ग्वालियर: कोरोना की दूसरी लहर में तेजी से बढ़ रहा ग्राफ, 11 दिन में एक हजार नए मरीज मिले
यही वजह है कि अब स्वास्थ्य विभाग को जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में होने वाली भीड़ पर नजर बनाए रखनी होगी. साथ ही आने वाली परीक्षाओं के लिए भी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम करने होंगे.