ग्वालियर। पूरे प्रदेश भर में झमाझम बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात हो गई हैं और अब इसकी शुरुआत ग्वालियर चंबल अंचल में भी हो गई है. ग्वालियर में सुबह से ही झमाझम बारिश का दौर जैसी ही शुरू हुआ तो चौराहे और कलोनियों में बारिश का पानी भरना शुरू हो गया. इसी कड़ी में शुक्रवार सुबह जब ग्वालियर में बारिश की शुरुआत हुई तो आधे घंटे की बारिश ने नगर निगम के दावों की पोल खोल कर रख दी. स्मार्ट सिटी कहे जाने वाले ग्वालियर के कई मुख्य चौराहों और कॉलोनियों में बारिश का पानी भर गया. वहीं, ये पानी मंत्रियों के बंगलों में अंदर तक पहुंच गया. ग्वालियर में 4 घंटे की बारिश में मंत्रियों और प्रशासनिक अधिकारियों के बंगले पानी से पूरी तरह लबालब हो गए.
केंद्रीय मंत्री के बंगले में घुसा पानीः ग्वालियर की सबसे वीवीआइपी रोड कही जाने वाली रेस कोर्स रोड पर बने बंगलों में पानी अंदर तक चला गया. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का बंगला भी इसी रोड पर है और तोमर के बंगले में बारिश का पानी अंदर तक घुस गया, जिसके कारण बंगले में मौजूद कर्मचारी और समर्थक सभी बाहर आ गए. उसके बाद कर्मचारियों ने इसकी सूचना केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे को दी और उसके बाद यह जानकारी दिल्ली तक पहुंच गई. सूचना मिलने के बाद नगर निगम के सभापति मनोज तोमर मौके पर पहुंच गए और उसके बाद नगर निगम के अधिकारियों को फोन लगाया. कुछ देर बाद नगर निगम के अधिकारी बारिश के पानी को निकालने के लिए मशीन लेकर आए और उसके बाद केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बंगले से बारिश के पानी को निकाला गया.
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बारिश के पानी को निकालने की हो स्थाई व्यवस्थाः सभापति मनोज तोमर का कहना है कि "यह बंगला पीडब्ल्यूडी का है और पुराना है, लेकिन बंगले के पास नाला है, जिसमें बारिश का पानी निकलता था. उसके ऊपर स्मार्ट सिटी सड़क बना दी है. इस कारण बारिश का पानी नहीं निकल पा रहा है. इसको लेकर स्मार्ट सिटी के अधिकारी और नगर निगम के अधिकारियों से बातचीत हुई है और उनको बताया है कि बारिश होने से पहले इस पानी को निकालने की स्थाई व्यवस्था की जाए, नहीं तो इस मामले में कार्रवाई की जाएगी."