ग्वालियर। एनएसयूआई के नेता और कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है. जीवाजी विश्वविद्यालय में गुरुवार को एनएसयूआई नेता और कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर बीएचएमएस और अन्य रिजल्ट घोषित करने साथ-साथ परीक्षा फीस लौटाने की मांग की थी. इस दौरान हंगामा कर उच्च शिक्षा मंत्री और कुलपति के पोस्टर पर स्याही डाली थी. पुलिस ने एनएसयूआई के प्रतिनिधिमंडल सहित आठ लोगों के खिलाफ कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया है.
विभिन्न मांगों को लेकर किया था प्रदर्शन
दरअसल, ग्वालियर के जीवाजी यूनिवर्सिटी में एनएसयूआई नेता और कार्यकर्ताओं ने गुरुवार के दिन विभिन्न मांगों लेकर प्रदर्शन किया. एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने कोरोना काल में परीक्षा फीस वापस, रिजल्ट घोषित किए जाने तथा अन्य मांगों को लेकर जेयू के प्रशासनिक भवन के सामने प्रदर्शन कर हंगामा किया. सुरक्षाकर्मियों ने मुख्य द्वार पर ताला डाल दिया. इसके बाद छात्रों ने बाहर से ताला लगा दिया.
लिखित आश्वासन पर अड़े कार्यकर्ता
हंगामा कर रहे छात्रों से बात करने के लिए रजिस्ट्रार, रेक्टर प्रो. उमेश होलानी और प्रॉक्टर डॉ. हरेंद्र शर्मा पहुंचे. यहां छात्रों से बातचीत की, तो कुछ देर बाद कार्यकर्ताओं ने रजिस्ट्रार को रुपये देने की कोशिश की और कहा कि आपके यहां पर रुपये लेकर रिजल्ट घोषित किए जाते हैं. रजिस्ट्रार ने छात्रों को आश्वासन देते हुए कहा कि वह फीस वापसी पर उच्च शिक्षा विभाग को पत्र लिखेंगे और जल्द रिजल्ट घोषित कर देंगे. इस बीच कार्यकर्ता लिखित आश्वासन पर अड़े रहे.
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सीएसपी विजय सिंह भदौरिया ने बताया कि कार्यकर्ता उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव और जेयू के कुलपति के फोटो ले आए. फोटो पर स्याही फेंकी और आग लगाने की कोशिश की. तभी पुलिस एनएसयूआई के प्रतिनिधिमंडल यतेंद्र सिंह, सचिन भदौरिया, वंश माहेश्वरी, अभिषेक उपाध्याय को पकड़कर थाने ले आए. जहां उनके और अन्य चार लोगों पर पुलिस ने कोविड-19 और धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया है.