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महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं ग्वालियर, रोजाना सामने आ रहे छेड़छाड़ और दुष्कर्म के मामले

महिला अपराध के मामले में ग्वालियर ने भोपाल, इंदौर को पीछे छोड़ दिया है, यहां रोजाना महिला अपराध से जुड़े 5 से 10 मामले सामने आ रहे हैं, सबसे चौकाने वाली बात ये है कि ये अपराध कम होने के बजाय और बढ़ रहे हैं.

Gwalior is not safe for women
महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं ग्वालियर
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Published : Feb 3, 2021, 12:37 PM IST

ग्वालियर। अपराधों के लिए बदनाम रहा ग्वालियर चंबल अंचल इन दिनों महिलाएं और छात्राओं के लिए बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है, आंकड़ों के मुताबिक छेड़छाड़, अपहरण और दुष्कर्म के ममालों में तेजी से इजाफा हुआ है. शहर में रोज 5 से 10 ऐसे ही मामले सामने आ रहे हैं जिनमें महिला और छात्राओं के साथ छेड़खानी, अपहरण ,दुष्कर्म और लूटपाट की घटनाएं हो रही है, शहर में कई इलाके ऐसे हैं जहां पर महिलाएं और छात्राएं जाने से डरती हैं, क्योंकि वहां पर पुलिस प्रशासन की तरफ से कोई भी इंतजाम नहीं है. शहर में महिला और छात्राओं के साथ हुए आपराधिक घटनाओं के आंकड़ों पर नजर डालें तो यह बेहद चौंकाने वाले हैं.

महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं ग्वालियर
  • महिला अपराध के मामले में ग्वालियर नंबर वन

ग्वालियर शहर में हर दिन महिला और छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटना हो रही है. ऐसा कोई दिन नहीं जिस दिन शहर में छात्राओं और महिलाओं के साथ घटना घटित न हो, छेड़छाड़ की घटना में सबसे ज्यादा मासूम बच्चियां अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही हैं, हर दूसरे दिन महिला के साथ दुष्कर्म और महिलाओं का अपहरण किया जा रहा है, पिछले साल कई महीनों में महिला अपराध के मामले में ग्वालियर ने प्रदेश की राजधानी भोपाल और सबसे बड़े शहर इंदौर को भी पीछे छोड़ दिया है.

Gwalior is not safe for women
छेड़छाड़ और दुष्कर्म के मामले
  • साल 2020 में लॉकडाउन के दौरान 400 महिला से जुड़े अपराध

साल 2020 के महिला अपराधों पर नजर डालें तो ग्वालियर शहर में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की 400 घटनाएं सामने आई हैं, तो वहीं दुष्कर्म के मामले 223 और अपहरण के 204 मामले हुए हैं, साल 2020 में यह आंकड़ा उस समय का है जब लॉकडाउन के चलते करीब 3 महीने तक लोग घरों के अंदर थे और इस दौरान कई महीनों तक स्कूल, कॉलेज ,कोचिंग बंद रहे, अगर सामान स्थिति होगी तो इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आंकड़े जरुर बढ़ेंगे. लेकिन आंकड़ों को ग्वालियर के पुलिस अधीक्षक बहुत कम बता रहे हैं, पुलिस की नजर में महिला और छात्राओं के साथ हुई यह घटनाएं आम हैं और यही वजह है कि ग्वालियर शहर में पुलिस इन घटनाओं को रोकने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है.

Gwalior is not safe for women
महिला अपराध के मामले
  • शहर में हर दिन छेड़छाड़, हर दुसरे दिन दुष्कर्म

ग्वालियर शहर में रोज छात्राओं और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं आम हैं, हर रोज दो से तीन वारदातें सामने आ रही हैं, तो वहीं शहर के हर तीसरे दिन छात्र और नेताओं के साथ दुष्कर्म के मामले भी तेजी से सामने आ रहे हैं, वहीं अपहरण के मामले भी कम नहीं है, सबसे ज्यादा छेड़छाड़ के मामले उन इलाकों से सामने आ रहे हैं, जहां पर स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटर हैं, इन इलाकों में छात्राओं की सुरक्षा के लिए कोई विशेष इंतजाम नहीं है और यही वजह है कि यहां पर आवारा तत्व के युवक एकजुट होकर महिलाओं और छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं को अंजाम देते है.

  • साल 2020 में छात्राएं और महिलाओं के साथ हुई घटनाएं

साल 2020 में कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन लगा था, लेकिन इसके बावजूद ग्वालियर शहर में छात्राएं और महिलाओं के अपराधिक आंकड़ों में कोई कमी देखने को नहीं मिली है, यही वजह कि साल 2020 में महिला अपराध के मामले ने भोपाल और इंदौर को पीछे छोड़ दिया है. साल 2020 में 400 छेड़छाड़ की घटनाएं, 223 दुष्कर्म के मामले और 200 से अधिक अपहरण के मामले सामने आए हैं.

Gwalior is not safe for women
महिला अपराध के मामले में ग्वालियर नंबर वन
  • ग्वालियर शहर में महिलाएं सुरक्षित नहीं

ग्वालियर शहर में ऐसे कई स्थान हैं जहां सबसे ज्यादा छात्राएं और महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस करती हैं, जिसमें हजीरा, बहोड़ापुर, थाटीपुर, मुरार, जनक गंज, सिंधिया नगर, कंपू, उपनगर ग्वालियर, लक्ष्मी बाई कॉलोनी, कलेक्ट्रेट के पीछे का इलाका ऐसे कई स्थान है जहां पर महिलाओं और छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं आम हैं, लेकिन इन इलाकों में पुलिस गस्त काफी कम देखने को मिलती है और यही वजह है कि यहां आपराधिक प्रवृत्ति के लोग इस घटना को अंजाम देते हैं.

  • साल 2020 में छेड़छाड़ ,दुष्कर्म और अपहरण के मामले
  1. जनवरी- छेड़छाड़ 47, दुष्कर्म 19, अपहरण 24
  2. फरवरी- छेड़छाड़ 48, दुष्कर्म 25, अपहरण 32
  3. मार्च- छेड़छाड़ 42, दुष्कर्म 12, अपहरण 22
  4. अप्रैल- छेड़छाड़ 19, दुष्कर्म 11, अपहरण 05
  5. मई- छेड़छाड़ 22, दुष्कर्म 25, अपहरण 06
  6. जून- छेड़छाड़ 34, दुष्कर्म 17, अपहरण 19
  7. जुलाई- छेड़छाड़ 27, दुष्कर्म 12, अपहरण 17
  8. अगस्त- छेड़छाड़ 29, दुष्कर्म 13, अपहरण 16
  9. सितंबर- छेड़छाड़ 37, दुष्कर्म 19, अपहरण 18
  10. अक्टूबर- छेड़छाड़ 39, दुष्कर्म 14, अपहरण 08
  11. नवंबर- छेड़छाड़ 34, दुष्कर्म 12, अपहरण 11
  12. दिसंबर- छेड़छाड़ 51, दुष्कर्म 11, अपहरण 09

साल 2020 में ग्वालियर शहर ने इंदौर और भोपाल को भी महिला अपराधों के मामले में पीछे छोड़ दिया है. साल 2020 जनवरी में ग्वालियर में 276 मामले सामने आए हैं, जबकि भोपाल में 247 और इंदौर में 242 अपराध घटित हुए हैं, वहीं फरवरी महीने में ग्वालियर में 291, भोपाल में 21 और इंदौर में 263 मामले सामने आए हैं.

Gwalior is not safe for women
शहर में हर दिन छेड़छाड़, हर दुसरे दिन दुष्कर्म
ग्वालियर पुलिस अधीक्षक अमित सांघी का कहना है कि किस शहर में महिला अपराधों में कमी लाने के लिए लगातार ग्वालियर पुलिस कार्रवाई करने में जुटी हुई है, ऊर्जा और महिला डेस्क के माध्यम से महिला अपराधों के मामले सुवझाए जा रहे हैं. साथ ही जिले के हर थाने में यह प्रयास किया जा रहा है कि ज्यादा से ज्यादा महिला स्टाफ तैनात हो, ताकि महिला अपराधों में कमी लाई जा सके.

ग्वालियर। अपराधों के लिए बदनाम रहा ग्वालियर चंबल अंचल इन दिनों महिलाएं और छात्राओं के लिए बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है, आंकड़ों के मुताबिक छेड़छाड़, अपहरण और दुष्कर्म के ममालों में तेजी से इजाफा हुआ है. शहर में रोज 5 से 10 ऐसे ही मामले सामने आ रहे हैं जिनमें महिला और छात्राओं के साथ छेड़खानी, अपहरण ,दुष्कर्म और लूटपाट की घटनाएं हो रही है, शहर में कई इलाके ऐसे हैं जहां पर महिलाएं और छात्राएं जाने से डरती हैं, क्योंकि वहां पर पुलिस प्रशासन की तरफ से कोई भी इंतजाम नहीं है. शहर में महिला और छात्राओं के साथ हुए आपराधिक घटनाओं के आंकड़ों पर नजर डालें तो यह बेहद चौंकाने वाले हैं.

महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं ग्वालियर
  • महिला अपराध के मामले में ग्वालियर नंबर वन

ग्वालियर शहर में हर दिन महिला और छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटना हो रही है. ऐसा कोई दिन नहीं जिस दिन शहर में छात्राओं और महिलाओं के साथ घटना घटित न हो, छेड़छाड़ की घटना में सबसे ज्यादा मासूम बच्चियां अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही हैं, हर दूसरे दिन महिला के साथ दुष्कर्म और महिलाओं का अपहरण किया जा रहा है, पिछले साल कई महीनों में महिला अपराध के मामले में ग्वालियर ने प्रदेश की राजधानी भोपाल और सबसे बड़े शहर इंदौर को भी पीछे छोड़ दिया है.

Gwalior is not safe for women
छेड़छाड़ और दुष्कर्म के मामले
  • साल 2020 में लॉकडाउन के दौरान 400 महिला से जुड़े अपराध

साल 2020 के महिला अपराधों पर नजर डालें तो ग्वालियर शहर में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की 400 घटनाएं सामने आई हैं, तो वहीं दुष्कर्म के मामले 223 और अपहरण के 204 मामले हुए हैं, साल 2020 में यह आंकड़ा उस समय का है जब लॉकडाउन के चलते करीब 3 महीने तक लोग घरों के अंदर थे और इस दौरान कई महीनों तक स्कूल, कॉलेज ,कोचिंग बंद रहे, अगर सामान स्थिति होगी तो इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आंकड़े जरुर बढ़ेंगे. लेकिन आंकड़ों को ग्वालियर के पुलिस अधीक्षक बहुत कम बता रहे हैं, पुलिस की नजर में महिला और छात्राओं के साथ हुई यह घटनाएं आम हैं और यही वजह है कि ग्वालियर शहर में पुलिस इन घटनाओं को रोकने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है.

Gwalior is not safe for women
महिला अपराध के मामले
  • शहर में हर दिन छेड़छाड़, हर दुसरे दिन दुष्कर्म

ग्वालियर शहर में रोज छात्राओं और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं आम हैं, हर रोज दो से तीन वारदातें सामने आ रही हैं, तो वहीं शहर के हर तीसरे दिन छात्र और नेताओं के साथ दुष्कर्म के मामले भी तेजी से सामने आ रहे हैं, वहीं अपहरण के मामले भी कम नहीं है, सबसे ज्यादा छेड़छाड़ के मामले उन इलाकों से सामने आ रहे हैं, जहां पर स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटर हैं, इन इलाकों में छात्राओं की सुरक्षा के लिए कोई विशेष इंतजाम नहीं है और यही वजह है कि यहां पर आवारा तत्व के युवक एकजुट होकर महिलाओं और छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं को अंजाम देते है.

  • साल 2020 में छात्राएं और महिलाओं के साथ हुई घटनाएं

साल 2020 में कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन लगा था, लेकिन इसके बावजूद ग्वालियर शहर में छात्राएं और महिलाओं के अपराधिक आंकड़ों में कोई कमी देखने को नहीं मिली है, यही वजह कि साल 2020 में महिला अपराध के मामले ने भोपाल और इंदौर को पीछे छोड़ दिया है. साल 2020 में 400 छेड़छाड़ की घटनाएं, 223 दुष्कर्म के मामले और 200 से अधिक अपहरण के मामले सामने आए हैं.

Gwalior is not safe for women
महिला अपराध के मामले में ग्वालियर नंबर वन
  • ग्वालियर शहर में महिलाएं सुरक्षित नहीं

ग्वालियर शहर में ऐसे कई स्थान हैं जहां सबसे ज्यादा छात्राएं और महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस करती हैं, जिसमें हजीरा, बहोड़ापुर, थाटीपुर, मुरार, जनक गंज, सिंधिया नगर, कंपू, उपनगर ग्वालियर, लक्ष्मी बाई कॉलोनी, कलेक्ट्रेट के पीछे का इलाका ऐसे कई स्थान है जहां पर महिलाओं और छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं आम हैं, लेकिन इन इलाकों में पुलिस गस्त काफी कम देखने को मिलती है और यही वजह है कि यहां आपराधिक प्रवृत्ति के लोग इस घटना को अंजाम देते हैं.

  • साल 2020 में छेड़छाड़ ,दुष्कर्म और अपहरण के मामले
  1. जनवरी- छेड़छाड़ 47, दुष्कर्म 19, अपहरण 24
  2. फरवरी- छेड़छाड़ 48, दुष्कर्म 25, अपहरण 32
  3. मार्च- छेड़छाड़ 42, दुष्कर्म 12, अपहरण 22
  4. अप्रैल- छेड़छाड़ 19, दुष्कर्म 11, अपहरण 05
  5. मई- छेड़छाड़ 22, दुष्कर्म 25, अपहरण 06
  6. जून- छेड़छाड़ 34, दुष्कर्म 17, अपहरण 19
  7. जुलाई- छेड़छाड़ 27, दुष्कर्म 12, अपहरण 17
  8. अगस्त- छेड़छाड़ 29, दुष्कर्म 13, अपहरण 16
  9. सितंबर- छेड़छाड़ 37, दुष्कर्म 19, अपहरण 18
  10. अक्टूबर- छेड़छाड़ 39, दुष्कर्म 14, अपहरण 08
  11. नवंबर- छेड़छाड़ 34, दुष्कर्म 12, अपहरण 11
  12. दिसंबर- छेड़छाड़ 51, दुष्कर्म 11, अपहरण 09

साल 2020 में ग्वालियर शहर ने इंदौर और भोपाल को भी महिला अपराधों के मामले में पीछे छोड़ दिया है. साल 2020 जनवरी में ग्वालियर में 276 मामले सामने आए हैं, जबकि भोपाल में 247 और इंदौर में 242 अपराध घटित हुए हैं, वहीं फरवरी महीने में ग्वालियर में 291, भोपाल में 21 और इंदौर में 263 मामले सामने आए हैं.

Gwalior is not safe for women
शहर में हर दिन छेड़छाड़, हर दुसरे दिन दुष्कर्म
ग्वालियर पुलिस अधीक्षक अमित सांघी का कहना है कि किस शहर में महिला अपराधों में कमी लाने के लिए लगातार ग्वालियर पुलिस कार्रवाई करने में जुटी हुई है, ऊर्जा और महिला डेस्क के माध्यम से महिला अपराधों के मामले सुवझाए जा रहे हैं. साथ ही जिले के हर थाने में यह प्रयास किया जा रहा है कि ज्यादा से ज्यादा महिला स्टाफ तैनात हो, ताकि महिला अपराधों में कमी लाई जा सके.
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