ग्वालियर। शहर में दो दिन पहले प्रशासन की लापरवाही से हादसे का शिकार हुए युवा पत्रकार की सोमवार देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई. एक निजी चैनल के पत्रकार अतुल राठौर का पिछले दो दिन से आईसीयू में इलाज चल रहा था. सोमवार रात उन्होंने दम तोड़ दिया. बता दें दो दिन पहले नगर निगम की लापरवाही के चलते बीच सड़क पर सीवर का चेंबर खुला होने के कारण पत्रकार अतुल राठौर हादसे का शिकार हो गए थे. उसके बाद उनका आईसीयू में इलाज चल रहा था. इस घटना से शहर में नगर निगम के खिलाफ रोष है.
दो दिन पहले हादसे का शिकार : बीते रविवार को निजी चैनल के पत्रकार अतुल राठौर कवरेज करने के बाद रात में अपने घर लौट रहे थे तभी रास्ते में सीवर के खुले चेंबर में हादसे का शिकार हो गए. उन्हें गंभीर अवस्था में ट्रामा सेंटर के आईसीयू में भर्ती कराया गया, जहां पिछले 2 दिन से इलाज चल रहा था. सूचना मिलने के बाद तत्काल कलेक्टर अक्षय कुमार मौके पर पहुंच गई और उन्होंने दावा किया था कि बेहतर से बेहतर इलाज के लिए प्रशासन पूरी मदद करेगा, लेकिन बेहतर इलाज के लिए न तो सरकार आगे आई और ना ही प्रशासन में मदद की.
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पीड़ित परिवार को मदद की मांग : बता दें कि युवा पत्रकार अतुल राठौर के ऊपर पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी. परिवार में विधवा मां, पत्नी और 2 साल की बेटी है.पूरे परिवार का भरण पोषण अतुल राठौर ही करता था. उसकी मौत के बाद पूरा परिवार सदमे में है. युवा पत्रकार मौत के बाद जिले के सभी पत्रकार एकजुट हो रहे हैं और उनकी मांग है कि सरकार और प्रशासन की तरफ से मृतक की पत्नी को नौकरी और बेटी की पढ़ाई और पालन-पोषण के लिए आर्थिक मदद मिलनी चाहिए. गौरतलब है कि ग्वालियर नगर निगम की लापरवाही के चलते पूरे शहर में सीवर के चेंबर खुले पड़े हैं. आए दिन लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं.