ग्वालियर। ग्वालियर के डीएफओ ऑफिस में सरकारी दस्तावेजों का चोरी का मामला सामने आया है. जिले के वन मंडल अधिकारी दफ्तर के व्यय शाखा से जो दस्तावेज चोरी हुए हैं. वह वन विभाग के अहम दस्तावेज हैं. हैरानी की बात तो यह है कि ग्वालियर का डीएफओ ऑफिस शहर के सबसे पॉश इलाके सिटी सेंटर में है. जहां उसके ठीक सामने ग्वालियर के एसपी का कार्यालय है. आसपास बड़े-बड़े सरकारी दफ्तर भी हैं. यह चोरी दफ्तर के पीछे वाले हिस्से से खिड़की काटकर की गई है. इसमें दस्तावेज़ों से भरे हुए करीब 25 से 30 बंडल चुराए गए हैं.
हालांकि, वन विभाग की ओर से यह भी बताया गया है कि यह सभी दस्तावेज पहले से ही ऑडिट एंट्री कर लिए गए थे. बावजूद इसके इनका चोरी होना समझ से बाहर है. फिर भी घटना की जांच कराई जा रही है. जानकारी ऐसी भी मिली है कि जो दस्तावेज चोरी हुए हैं. उनमें जांच से जुड़े कई अहम फाइल हैं. जिनकी चोरी में विभाग के किसी कर्मचारी के होने की शंका जताई गई है. पुलिस ने घटना पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच की जा रही है.
ये भी पढ़ें... |
डीएफओ अंकित पांडे ने बताया कि जो रिकॉर्ड गायब हुआ. वह साल 2017 से लेकर 2022 तक का है. वहीं पहली बार इतनी ज्यादा संख्या में राजस्व का रिकॉर्ड चोरी होना अधिकारियों को समझ में नहीं आ रहा है. सरकारी रिकॉर्ड में वन विभाग द्वारा कराई गई कामों के बदले हुए भुगतान के वाउचर है. इन्हीं वाउचर के माध्यम से समय-समय पर गड़बड़ी के मामले भी सामने आते रहे हैं. चोरी की घटना के बाद दिनभर वन विभाग के अधिकारी अपने स्तर पर जांच में जुटे हैं.
वही अधिकारियों का मानना है कि इस पूरी चोरी की घटना में विवाह का कोई कर्मचारी संयुक्त हो सकता है या उसने कि मानसा के जरिए इस चोरी की घटना को अंजाम दिलाया है. इसको लेकर भी विभागीय स्तर की जांच चल रही है. इस मामले में जो भी दोषी होगा उसे पर कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी.