ग्वालियर। भले ही चुनाव आयोग ने अभी तक विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा नहीं की है और यह किसी भी क्षण हो सकती है. लिहाजा, मतदाताओं को प्रभावित करने जनप्रतिनिधि भरसक प्रयास कर रहे हैं. ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न तोमर ने अपने विधानसभा क्षेत्र के वार्ड क्रमांक आठ के रतन वाटिका चार शहर का नाका में एक कार्यक्रम आयोजित किया. जिसे महिलाओं को सम्मानित करने का कार्यक्रम बताया गया. लेकिन वहां साड़ी और शॉल मिलने की आस में बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंच गईं.
कम पड़ गईं साड़ियां : कार्यक्रम में महिलाओं को साड़िया एवं शॉल वितरित किए गए. लेकिन महिलाएं बड़ी संख्या में वहां पहुंच गईं. ऊर्जा मंत्री तोमर द्वारा बांटी जा रही साड़ी और शॉल कम पड़ गईं. ऊर्जा मंत्री को अपना वाहन कार्यक्रम स्थल पर छोड़कर पैदल ही वहां से निकलना पड़ा. बाद में वह अपने वाहन में सवार हुए. कार्यक्रम में बाद में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री की ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शामिल हुए. इस कार्यक्रम को महिला सम्मेलन और उनके सम्मान का नाम दिया गया था लेकिन चर्चा है कि चुनाव के दृष्टिगत अपने क्षेत्र के मतदाताओं खासकर महिलाओं को प्रभावित करने के लिए ऊर्जा मंत्री तोमर ने लगभग एक ट्रक शॉल और साड़ी मंगवाई थीं. लेकिन महिलाओं का हुजूम इतना बढ़ गया कि यह साड़ियां कम पड़ गईं.
कांग्रेस ने ली आपत्ति : कांग्रेस ने इस पर अपनी आपत्ति जताई है. कांग्रेस के मीडिया प्रभारी आरपी सिंह का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भ्रष्टाचार को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं लेकिन जब उनके ही मंत्री खुलेआम धन बल का दुरुपयोग करते हैं और मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं, तब भाजपा का शीर्ष नेतत्व आंखें फेर लेता है. वह इस मामले की शिकायत ईडी और सीबीआई को करेंगे. क्योंकि ऊर्जा मंत्री के पास इतनी बड़ी संख्या में साड़ियां और शॉल वितरित करने के लिए पैसा कहां से आए. वहीं भाजपा सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने ऊर्जा मंत्री तोमर का बचाव किया है.