ग्वालियर। पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन यंत्री को रिश्वत लेते लोकायुक्त ने पकड़ा है. मंगलवार देर शाम को लोकायुक्त ग्वालियर की टीम ने यह कार्रवाई की. लोकायुक्त ने फरियादी की शिकायत पर कार्यपालन यंत्री ई एंड एम को रंगे हाथ पकड़ा है. इसके बाद लोकायुक्त पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है. बताया गया है कि बिल पास करने के लिए लिए 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर ने मांगी थी. Gwalior Lokayukta raid
15 हजार रिश्वत लेते पकड़ा : दरअसल, फरियादी महेंद्र सिंह बैस पुत्र अतर सिंह बैस निवासी ठाकुर मोहल्ला गौस पूरा ग्वालियर की शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस द्वारा ग्वालियर के व्यापार मेला परिषद विद्युत केंद्र के पास पीके गुप्ता कार्यपालन यंत्री ई एंड एम को रिश्वत राशि 15 हजार रुपये लेते गिरफ्तार किया है. महेन्द्र बैस द्वारा कलेक्टर भिंड के बंगले पर लाइट फिटिंग का कार्य माह नवंबर में किया गया था. जिसके तीन लाख रुपये के बिल पास करने के एवज में आरोपी द्वारा 75 हजार रुपये रिश्वत की मांग की गई. Gwalior Lokayukta raid
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बीमार होने का बहाना : फरियादी 50 हजार रुपये इंजीनियर को पहले ही भुगतान कर चुका था. मंगलवार देर शाम 15 हजार रुपये जैसे ही फरियादी ने कार्यपालन यंत्री को दिए तो लोकायुक्त ने उसे ट्रेस कर लिया. लोकायुक्त की टीम ने जैसे उसे गिरफ्तार किया तो वह हाई बीपी और हार्ट अटैक आने का बहाना करने लगा. इसके बाद टीम ने एंबुलेंस और डॉक्टर को मौके पर बुलाया और उसका चेकअप कराया. लोकायुक्त की टीम की कार्रवाई के साथ ही एम्बुलेंस और डॉक्टरों की टीम मौके पर खड़ी रही. कार्रवाई के दौरान डॉक्टर भी आरोपी अधिकारी का लगातार चेकअप करते रहे. Gwalior Lokayukta raid