ग्वालियर। जिला न्यायालय में फर्जी वकील और फर्जी जमानतदार पकड़े गए हैं. बताया जा रहा है कि फर्जी वकील और फर्जी जमानतदार दोनों मिलकर पक्षकारों को ठगने का काम कर रहे थे. इन फर्जी वकील और फर्जी जमानतदार को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया है. पुलिस इन पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी हुई है.
बार काउंसिल को मिली थीं शिकायतेंः बता दें कि, ये फर्जी वकील और फर्जी जमानतदार न्यायालय में आने वाले भोले-भाले ग्रामीण पक्षकारों को गुमराह कर उनकी ऋण पुस्तिका को हड़प लेते थे. आरोपी वकील और फर्जी जमानतदार इन ऋण पुस्तिका का उपयोग कर कई मामलों में फर्जी जमानतदार बनकर जमानत भी दे रहे थे. यह शिकायतें बार काउंसिल के जिला अध्यक्ष पवन पाठक तक पहुंच रही थी. उन्होंने शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए बार काउंसिल से जुड़े अन्य वकीलों की मदद से शनिवार को फर्जी वकील और फर्जी जमानतदारों को न्यायालय परिसर में दबोच लिया.
आरोपियों के पास से फर्जी दस्तावेज बरामदः तलाशी के दौरान इनके पास से फर्जी दस्तावेज भी बरामद हुए हैं. जिला बार काउंसिल के अध्यक्ष पवन पाठक के मुताबिक उन्हें लंबे समय से जिला न्यायालय में फर्जी वकीलों और फर्जी जमानतदार के सक्रिय होने की सूचनाएं मिल रही थी. आज सुबह जब भी न्यायालय परिसर में घूम रहे थे तभी उन्हें ब्लैक कोट और वाइट शर्ट पहने 2 लोग दिखाई दिए. इनसे पूछताछ की गई तो मामले का खुलासा हो गया. इनके साथ दो फर्जी जमानतदार भी न्यायालय परिषद से पकड़ लिए गए. बाद में उन्हें नजदीकी इंदरगंज थाने में पुलिस के हवाले कर दिया गया. इन्होंने फर्जी विजिटिंग कार्ड छपवा रखे थे, इन्हें दिखाकर यह पक्षकारों को गुमराह कर उनसे रुपये हड़प लेते थे.
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पकड़े गए आरोपियों की पहचानः पकड़े गए फर्जी वकीलों के नाम राम प्रकाश प्रजापति और महेंद्र सिंह चौहान हैं. इनके पास न तो वकालतनामा है, न ही इनका बार काउंसिल में रजिस्ट्रेशन है. वहीं, दो फर्जी जमानतदार जिनके नाम योगेश उर्फ गोलू सेन महेश यादव है, यह लोग लंबे समय से न्यायालय में फर्जी वकील और फर्जी जमानतदार बनकर फर्जीवाड़ा कर रहे थे. इन पकड़े गए फर्जी वकील और जमानतदार को पुलिस के हवाले कर दिया है. फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.